*पालमपुर की प्रवीण पठानिया राणा को महिला शक्ति काव्य रत्न सम्मान से नवाजा गया*
प्रवीण पठानिया राणा प्राध्यापक के पद से सेवानिवृत हुई हैं और सेवानिवृत्ति के बाद समाज सेविका और लेखिका के रूप में कार्य कर रही हैं


*पालमपुर की प्रवीण पठानिया राणा को महिला शक्ति काव्य रत्न सम्मान से नवाजा गया*

पालमपुर की प्रवीण को महिला शक्ति काव्य रत्न सम्मान
पालमपुर। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन नेपाल द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय महिला शक्ति कविता प्रतियोगिता में पालमपुर की साहित्यकार प्रवीण पठानिया को महिला शक्ति काव्य रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। शिक्षा, साहित्य व समाज को उच्च शिखर तक पहुंचाने की यह एक मिसाल है। शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन नेपाल के अध्यक्ष आनंद गिरि दयालु का कहना है कि अपने अंतरराष्ट्रीय महिला शक्ति कविता प्रतियोगिता में अपनी कविता के माध्यम से भाग लेकर प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जिसके लिए आपको महिला शक्ति काव्य रत्न की मानद उपाधि सम्मान स्वरूप प्रदान की जाती है।
इसमें कोई दो राय नहीं कि पालमपुर के विकास में बुटेल परिवार का बहुत योगदान रहा और ये सिलसिला स्वर्गीय श्री कन्हैया लाल बुटेल जी , स्वर्गीय श्री बंसी लाल बूटेल जी , स्वर्गीय श्री कुंज बिहारी बुटेल जी के समय से चल कर श्री बृजबिहारी लाल बुटेल जी ,वर्तमान विधायक श्री आशीष जी जो अपने मधुर स्वभाव और मिलनसारी से भी लोगों में बहुत प्रिय हैं और इसी मधुरता और मिलनसारी की मिसाल में श्री गोकुल जी भी पीछे न रहकर आई टी एडवाइजर के तौर पर केवल पालमपुर के ही नहीं समूचे प्रदेश के विकास में अपना योगदान कर रहे हैं और इस विकास में केवल इन पुरषों का ही नहीं इस परिवार की महिलाओं का भी बहुत योगदान रहा है , शांता जी के योगदान को भी कमतर नहीं आंका जा सकता लेकिन फर्क ये है कि उन्होंने सब कुछ सरकारी तौर पर किया , विधायक या मंत्री कोई भी हो वो सरकारी धन से अपने क्षेत्र का विकास तो करवाता ही है मगर बुटेल परिवार ने अपना बहुत कुछ लगाकर भी पालमपुर के विकास में कमी नहीं आने दी,