*पालमपुर में इस्कॉन मंदिर की आधारशिला – डॉ. अमित गुलेरिया के प्रयासों को मिला सम्मान*


पालमपुर में इस्कॉन मंदिर की आधारशिला – डॉ. अमित गुलेरिया के प्रयासों को मिला सम्मान।

पालमपुर, 9 मई – पालमपुर की धरती पर एक नया आध्यात्मिक अध्याय शुरू हो चुका है। अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) ने पालमपुर में अस्थायी रूप से राधा-कृष्ण की मूर्तियों की स्थापना कर दी है और शीघ्र ही भव्य मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ होने वाला है। यह मंदिर धौलाधार की सुरम्य पर्वत श्रृंखला की गोद में स्थापित होगा और इसके माध्यम से पालमपुर आध्यात्मिक चेतना और सांस्कृतिक समृद्धि की ओर एक नई छलांग लगाएगा।
इस कार्य के पीछे एक नाम विशेष रूप से सामने आया है – डॉ. अमित गुलेरिया। पालमपुर के पूर्व एसडीएम रह चुके डॉ. गुलरिया न केवल इस पहल में सक्रिय रहे, बल्कि स्थानांतरण के बाद भी उन्होंने इस्कॉन मंदिर की स्थापना को अपना व्यक्तिगत संकल्प बनाकर आगे बढ़ाया। उन्होंने समय, समर्पण और संसाधनों की परवाह किए बिना इस कार्य को दिशा दी, जिसके लिए उन्हें साधुवाद दिया जा रहा है।
स्थानीय नागरिकों और कई सामाजिक संस्थाओं का मानना है कि यदि हिमाचल में इस्कॉन की स्थापना किसी एक व्यक्ति की प्रेरणा से हुई है, तो वह डॉ. अमित गुलेरिया ही हैं। उन्हें इस पवित्र परियोजना का “प्रेरणास्त्रोत” और “संस्थापक व्यक्तित्व” माना जा रहा है।
इस्कॉन के प्रवक्ता के अनुसार, यह मंदिर न केवल भक्ति और अध्यात्म का केंद्र बनेगा, बल्कि यह पालमपुर को विश्व मानचित्र पर भी एक विशिष्ट पहचान दिलाएगा। इस्कॉन के साथ-साथ स्थानीय समाज भी इस पहल को विकास और सांस्कृतिक जागरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मान रहा है।
माना जा रहा है कि इस्कॉन मंदिर की स्थापना के साथ ही पालमपुर में आध्यात्मिक पर्यटन को भी गति मिलेगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को नया बल प्राप्त होगा। पालमपुर वासी डॉ. गुलेरिया के योगदान को सदैव स्मरण रखेंगे और आने वाली पीढ़ियाँ उन्हें एक दूरदर्शी, समर्पित सेवक के रूप में याद करेंगी।
आपको बता दें कि इस्कॉन (International Society for Krishna Consciousness) की स्थापना 1966 में श्रील प्रभुपाद जी द्वारा अमेरिका में की गई थी। यह संस्था विश्वभर में भक्ति योग, गीता ज्ञान, और वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित है। आज इस्कॉन के मंदिर 100 से अधिक देशों में श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक केंद्र के रूप में कार्य कर रहे हैं।