Himachal
*हिमाचल के मंडी का पंचवक्त्र मंदिर में बाढ़ में डूबा, सदियों इस मन्दिर का पुराना है इतिहास।*
*हिमाचल के मंडी का पंचवक्त्र मंदिर में बाढ़ में डूबा, सदियों इस मन्दिर का पुराना है इतिहास।*
मंडी का पंचवक्त्र मंदिर
में बाढ़ में डूबा, सदियों
इस मन्दिर का पुराना है इतिहास।
मन्दिर का पहले भी नुकसान हुआ था।
मंदिर की स्थापना की तारीख ज्ञात नहीं। बाढ़ के चलते पहले भी इसे क्षति पहुंची थी। इसका जीर्णोद्धार 17वीं- 18वीं सदी में कराया गया था।
पंचमुखी महादेव
इस मंदिर में भगवान शिव की पंचमुखी प्रतिमा है। इसी वजह से नाम पंचवक्त्र मंदिर पड़ा। सामने से देखने पर भगवान शिव के पांच मुखों में से केवल तीन ही दिखते हैं।
क्या मतलब है मुखों का,,
इन मुखों में शिव के पांच रूप- अघोरा, ईशान, तात पुरुष, वामदेव और रुद्र दर्शाए गए हैं।
इस बार भी भयानक बाढ़ आई मंदिर 10 से 12 फीट तक पानी में डूब गया अंदर खूब कीचड़ और गारा आ गया परंतु मंदिर को क्षति नहीं हुई यह भगवान का ही करिश्मा है।
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