*शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा कॉलेज पालमपुर में सात दिवसीय लघु अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम आज हुआ संम्पन*
*शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा कॉलेज पालमपुर में सात दिवसीय लघु अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम आज हुआ संम्पन*
- शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर के सभा कक्ष में गत 20 दिसंबर से प्रारंभ हुए सात दिवसीय लघु अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज 28 दिसंबर को समापन हो गया।
इस समारोह के मुख्यातिथि प्राचार्य डॉ अनिल आजाद रहे। आयोजन का शुभारंभ करते हुए कार्यक्रम सचिव डॉ दिवाकर ने उपस्थितजनों का अभिनंदन किया , कार्यक्रम की रूपरेखा बताई और संक्षिप्त में सात दिवसीय कार्यक्रम का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।20 दिसंबर से 28 दिसंबर तक ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड पर चले इस कार्यक्रम की मुख्य थीम शोध प्रविधि कार्यप्रणाली और रचनात्मक उपकरण रही। इस मुख्य थीम और इससे संबंधित विषयों पर केंद्रित आमंत्रित मुख्य वक्ताओं ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। प्रश्न सत्र में जिज्ञासाओं का दौर चला जिनका यथोचित समाधान वक्ताओं के द्वारा किया गया। इनमें सर्वप्रमुख रहे-राजकीय महाविद्यालय पालमपुर से डॉ सुनील कटोच, प्रो रेनू डोगरा ,डॉ तनवीर सिंह तथा व्योम हंस पब्लिकेशन नई दिल्ली से डॉ सुशील कुमार, हरिश्चंद्र शोध संस्थान प्रयागराज उत्तर प्रदेश से डॉ श्यामलाल गुप्ता, राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान हमीरपुर से डॉ संदीप शर्मा, टी एस नेगी राजकीय महाविद्यालय रिकांगपिओ से डॉ ज्ञानचंद्र वर्मा, वेस्ट इंडीज विश्वविद्यालय भौतिक शास्त्र विभाग से डॉ दिनेश पाठक, एनएससीबीएम राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर से डॉ समजीत सिंह ठाकुर। कुल 243 प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में प्रतिभागिता दर्ज की। हिमाचल के 233 और 10 प्रतिभागी अन्य प्रदेशों के रहे। मुख्यातिथि डॉ आजाद ने सभी प्रतिभागियों का उत्साहजनक प्रतिभागिता हेतु आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान प्रदत्त वक्तव्यों का विश्लेषण करते हुए सुझाए गए सुझावों, समाधानों और निष्कर्षों का जिक्र किया। उन्होंने इस तथ्य पर बल दिया कि शोध आलेखों के लेखन हेतु मौलिक रचनात्मक क्षमता सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। उन्होंने पाठ्यक्रम के सफल नियोजन हेतु आयोजकों की सराहना की तथा भविष्य में इस प्रकार के बौद्धिकता संपन्न कार्यक्रमों की निरंतरता बनाए रखने को संकाय सदस्यों को प्रोत्साहित किया। राजकीय महाविद्यालय पालमपुर के मुख्य वक्ताओं डॉ सुनील कटोच, प्रो रेनू डोगरा और डॉ तनवीर को मुख्यातिथि द्वारा स्मृतिचिन्ह प्रदान किए गए और महाविद्यालय के समस्त प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए । तत्पश्चात कार्यक्रम आयोजकों द्वारा मुख्यातिथि महोदय को स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुनील कटोच द्वारा दिया गया। यह भी उल्लेखनीय है कि समारोह के दौरान ऑनलाइन जुड़े तथा ऑफलाइन अनेक प्रतिभागियों ने पाठ्यक्रम संबंधी अपने-अपने विवेचनपरक मत प्रस्तुत किये तथा ऐसे पाठ्यक्रमों की अनिवार्यता और आवश्यकता को सुनिश्चित किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के सह समन्वयक लेफ्टिनेंट दीप ठाकुर, सदस्य डॉ मीनाक्षी, प्रो विवेक,प्रो विपिन,प्रो साहिल महाजन तथा समस्त संकाय सदस्य उपस्थित रहे।