Nirmala Sitaraman: *इलैक्टोरल_बॉण्ड_को_लेकर_पति_पत्नी_आमने_सामने*
22 अप्रैल 2024- (#इलैक्टोरल_बॉण्ड_को_लेकर_पति_पत्नी_आमने_सामने)-
श्रीमती निर्मला सीतारमण को देश की पहली पूर्ण कालिक महिला वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री बनने का गौरव प्राप्त है। उनके कुछ विवादित बयानों को अगर छोड़ दें तो वह अपना मंत्री पद का दायित्व गरिमा पूर्ण तरीके से निभा रही है। वह मूल रूप से कर्नाटक से और अपने सहपाठी आन्ध्र प्रदेश के रहने वाले परकला प्रभाकरण से विवाहित है। वह और उनके पति जे.एन.यू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र है। खैर सीतारमण लगातार अपनी सरकार का बचाव करती है। इस वर्ष जब सर्वोच्च न्यायालय ने इलैक्टोरल बॉण्ड को असवैंधानिक करार दिया तो भी इस स्कीम के बचाव मे वित्त मंत्री आगे आई और संयमित भाषा मे विरोध पक्ष को जबाव दिया, लेकिन उनके पति और देश के जाने-माने अर्थशास्त्री परकला प्रभाकरण ने इलैक्टोरल बॉण्ड को देश का ही नहीं अपितु सारे विश्व का सबसे बड़ा घोटाला बता कर वित्त मंत्री को असहज कर दिया। हालांकि लोकतंत्र मे पति-पत्नी के किसी विषय को लेकर अलग-अगल विचार हो सकते है, फिर भी दोनो का इस प्रकार आमने-सामने आना दिलचस्प था और मीडिया की इसमे दिलचस्पी स्वभाविक थी।
इलैक्टोरल बॉण्ड वित्त मंत्रालय से जुड़ा हुआ मामला है जिसकी प्रभारी मंत्री निर्मला सीतारमण है। हालांकि इस योजना की शुरुआत अरूण जेतली के कार्यकाल मे हुई थी। खैर इस योजना का बचाव करने की नैतिक जिम्मेदारी प्रभारी मंत्री की बनती है, लेकिन उनके अर्थशास्त्री और टिप्पणीकार पति परकला प्रभाकरण के इस योजना को लेकर सख्त तेवर और तल्ख टिप्पणियों का जबाव भी वित्त मंत्री को देना था। हांलाकि उन्होने अपने पति को न सीधे जबाव दिया और न ही उनसे उलझना ठीक समझा, लेकिन उन्होने यह कह कर कि अगर हम सत्ता मे आए तो हम इलैक्टोरल बांड योजना को वापस लाएगें अपने पति को सटीक और स्पष्ट उत्तर दे दिया है। उनके इस बयान को क्या प्रधानमंत्री जी या पार्टी का अनुमोदन प्राप्त है इस पर मै टिप्पणी करने मे असमर्थ हूँ, लेकिन विपक्ष जरूर उनके इस बयान को भूना सकता है।
#आज_इतना_ही।