Mandi/ Palampur/ Dharamshala

*प्रेस क्लब पालमपुर के सामने की पार्किंग में फैली बदबू का जिम्मेदार कौन?

 

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*प्रेस क्लब पालमपुर के सामने की पार्किंग में फैली बदबू का जिम्मेदार कौन?

आजकल प्रेस क्लब पालमपुर के सामने बनी पार्किंग चर्चा का विषय है यह न केवल चर्चा का विषय है बल्कि है लोगों के मजबूरी और दुर्भाग्य भी है कि उन्हें इतनी बदबू में कीचड़ में और मल वेस्ट मैं अपनी गाड़ी खड़ी करने जाना पड़ता है। दुर्भाग्य की बात यह है कि इसमें कुछ लोग डॉक्टर भी हैं इंजीनियर भी हैं और शहर के बड़े पढ़े लिखे और करोड़पति लोग भी है, लेकिन क्या करें उन्हें उसी गटर के पानी से होकर अपनी गाड़ी लगानी पड़ती है और गाड़ी लगाकर जब वापस आते हैं तो उनके जूते पूरी तरह से कीचड़ से सने पड़े होते हैं ।

पार्किंग के लेफ्ट साइड में एक दीवार गिरी हुई है जिसे गिरे हुए शायद वर्षो हो गए हैं तथा दूसरी तरफ एक चेंबर का पानी बाहर निकलता है जो बहुत बदबू फैलाता है ।पार्किंग के दोनों तरफ से गंदा पानी बदबूदार पानी आता है और यहां पर कोई भी इंसान 5 मिनट से अधिक खड़ा नहीं हो सकता।

यहां पर एक लड़का  जो पार्किंग की गाड़ियों की फीस लेता है वह बेचारा सारा दिन वही बैठता है सोचिए उस मजदूर लड़के की क्या बेबसी रही होगी क्या मजबूरी रही होगी कि उसे पूरा दिन इसी बदबू और गंदगी में बिताना पड़ता है ।

सामने की  मार्केट की बात करें तो मार्केट वाले भी बहुत परेशान हैं जब तेज हवा चलती है तो सारा बदबू उनकी दुकानों की तरफ आती है। वह अपना स्कूटर वहां नहीं लगा सकते, क्योंकि उसमें जाकर स्कूटर लगाना नर्क से पार करने जैसी स्थिति होती है।

पता करने पर यह बात संज्ञान में आई है और मार्केट वालों का यह कहना है कि यह दीवार जंगलात महकमे की है और चेंबर एमसी के हैं शायद दोनों विभागों के आपसी तालमेल के ना होने के कारण या कार्य लटका पड़ा है। दीवार किसी की भी हो चेंबर किसी का भी हो शौचालय किसी का भी हो लेकिन लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए और विभागों में आपसी सामंजस्य होना चाहिए दुकानदारों ने बताया कि उन्होंने एक बार नहीं 50सों बार यहां पर जनप्रतिनिधियों को बताया वह एमसी में भी जाकर मिले लेकिन इस बदबू से उन्हें कभी छुटकारा नहीं मिला। ना जाने हमारा शासन-प्रशासन क्यों कुंभकरण की नींद सोया होता है कि  उन्हें अपने लोगों की परेशानियां ना तो नजर आती हैं और ना ही उसे और महसूस करते हैं। बाजार वालों का इतना तक कहना है कि हम चंदा इकट्ठा करके स्वयं इसकी रिपेयर करवा लेंगे परंतु हमें अनापत्ति प्रमाण पत्र तो दिया जाए ।

उन्होंने कहा कि निगम के किसी कर्मचारी को यहां पर आधे घंटे के लिए या 20 मिनट के लिए खड़ा होने के लिए कहे तो हम उसे इनाम देंगे अगर वह बेहोश हो कर गिर गया तो एंबुलेंस भी हम ही प्रोवाइड करेंगे।

क्या पालमपुर की स्थिति इतनी बुरी हो चुकी है कि यहां के शासन का किसी को डर नहीं जनता जितनी मर्जी परेशान होती रहे शरीफ शासन का यह गलत और नाजायज फायदा उठा रहे हैं  लोगों ऐसा लोगों का कहना है। ट्राइसिटी टाइम इससे पहले भी दो बार यह मुद्दा उठा चुका है परंतु  इस स्थिति के जिम्मेदार लोगों का कोई असर नहीं होता है।

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