*सेंट पॉल स्कूल पालमपुर की सड़क का बुरा हाल और संबंधित विभाग सोए हैं कुंभकरण की नींद*
*सेंट पॉल स्कूल पालमपुर की सड़क का बुरा हाल और संबंधित विभाग सोए हैं कुंभकरण की नींद*
सैनिक रेस्ट हाउस पालमपुर से सेंट पॉल स्कूल की तरफ जाती हुई सड़क जो कि मिशन रोड में जाकर मिलती है की हालत बहुत ही खसता है।
ना जाने संबंधित विभाग क्यों इस ओर आंखे मूंदा बैठा है ।
ऐसा नहीं है कि यह केवल बरसात के कारण सड़क खराब नहीं हुई है यह सड़क पिछले कई महीनों से इसी हालत में है ।
हैरानी की बात तो यह है कि पालमपुर के प्रतिष्ठित स्कूल सेंट पॉल की तरफ यह सड़क जाती है और स्कूल के सारे विद्यार्थी और स्टाफ इसी रास्ते का इस्तेमाल करते हैं ।विडंबना यह है कि सड़क बीच में खड्डे तो हैं ही, परंतु इस तंग सड़क में दोनों और यू शेप ड्रेन बना दी गई हैं और ड्रेन भी छोटी मोटी नहीं लगभग 1 फुट से डेढ़ फुट गहरी बना दी गई है,जो खुलेआम सड़क हादसों को निमंत्रण दे रही हैं।
एक तो पहले से ही सड़क काफी तंग थी ऊपर से दोनों ओर से यू शेप ड्रेन बनाकर सड़क को लगभग ढाई से 3 फीट तक तंग कर दिया गया है ।अगर इस सड़क पर V shape Drain बना दी जाती तो शायद इस सड़क की चौड़ाई कम ना होती और छोटे वाहनों को आने जाने में दिक्कत ना होती ,पास देने में कोई परेशानी ना होती।
सड़क में पड़े हुए गड्ढों की वजह से बाइकर्स और दुपहिया वाहन वाले हमेशा अपनी जान हथेली पर लेकर चलते हैं ।अगर उनसे जरा सी भी चूक हुई उनकी जजमेंट में जरा सी भी भूल हुई तो वे सीधे डेढ़ फुट गहरी नाली में गिरेंगे और दो टांगों में फ्रैक्चर ना भी हो तो तो भी एक टांग में कम से कम दो-तीन फ्रैक्चर हो जाएंगे। सेंट पॉल स्कूल के बच्चे तथा केएलबी कॉलेज के विद्यार्थी डीएवी स्कूल के विद्यार्थी यहां से अकसर अपने अपने विद्यालयों और महाविद्यालयों की ओर जाते हैं परंतु इस रोड की खस्ता हालत को देख कर ऐसा लगता है कि यहां वाहन चलाना तो दूभर है ही, परन्तु यहां पर तो पैदल चलना भी बहुत बहादुरी का काम है ।संबंधित विभागों को चाहिए कि वह इस सड़क का जीर्णोद्धार करें यू शेप ड्रेन की जगह V Shape drain बनाए ताकि सड़क तंग ना रहे ।
विडम्बना कि जहां पर गांव में और मुहल्लों में सड़कें पक्की हो रही है वह सेंट पॉल जो शहर का सबसे पुराना प्रतिष्ठित और शहर का ताज स्कूल है वह उपेक्षा का शिकार हो रहा है।
अचंभे की बात तो यह है कि यह स्कूल नगर निगम पीडब्ल्यूडी आदि महकमों के एकदम निगाहों में है परंतु बिल्ली के गले में घंटी बांधे कौन? और ना जाने पार्षद कभी यहां से गुजरे हैं या नहीं अगर वह यहां से गुजरते तो शायद उन्हें भी वस्तुस्थिति का अनुमान होता कुछ लोगों को तो कहना है कि अभी हाल ही में मुख्यमंत्री का काफिला मेन रोड से होकर आया था ,काश उनका काफिला यहां से आया होता तो यह सड़क एकदम चकाचक हो गई होती।