मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने शनिवार को स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 रिपोर्ट जारी कर दी है। इस सर्वेक्षण मे सोलन नगर निगम प्रदेश का सबसे स्वच्छ शहर बना है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले वर्ष की तुलना मे इस बार सोलन ने लम्बी छलांग लगाई है। 25 से 50000 की आबादी वाले शहरी स्थानीय निकायो के सर्वेक्षण 2021 की रैंकिंग मे सोलन 160 वें स्थान पर था लेकिन इस बार यह शहर पूरे देश मे 31वें स्थान पर आया है, जबकि प्रदेश मे पहले नंबर पर है। यह सर्वेक्षण रिपोर्ट नगर निगम के पदाधिकारियों और सोलन की जनता के लिए गौरव की बात है, लेकिन मै सोलन की स्वच्छता को लेकर लिखे अपने ब्लॉग को लेकर धर्मसंकट मे हूँ। पिछले मास मे मैने अपने ब्लॉग मे सोलन शहर की खराब स्वच्छता और शौचालयों को इन्सानी इस्तेमाल योग्य न बताते हुए शहर की स्वच्छता पर प्रश्न किए थे। मेरे ब्लॉग के समर्थन मे दर्जनों पाठको ने टिप्पणियां करते हुए मेरे कथन को अनुमोदित किया था।
इस सर्वेक्षण की प्रक्रिया क्या है और किस मद मे कितने अंक दिए जाते है मेरे पास इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन रिपोर्ट के अनुसार सोलन ने 6000 मे से 2962.7 अंक प्राप्त किए है। अब मेरे पास अपने ब्लॉग को विनम्रतापूर्वक वापस लेने के अतिरिक्त और कोई विकल्प नहीं है, लेकिन फिर भी यह बात सर्वविदित है कि यह सर्वेक्षण तुलनात्मक दृष्टि से किया गया है। सर्वेक्षण मे प्रथम स्थान मे रहने वाले सोलन की हालत आपके संज्ञान मे है और अंतिम पायदान पर रहने वाले शहर या अन्य शहरों की स्वच्छता का आप स्वयं अनुमान लगा सकते है।