*दोनो_पार्टियां_कर_रही_है_सरकार_बनाने_का_दावा*
22 नवम्बर 2022- (#दोनो_पार्टियां_कर_रही_है_सरकार_बनाने_का_दावा)-
दोनो बड़ी पार्टियाँ भाजपा और कांग्रेस 8 दिसंबर की मत गणना के बहुमत का दावा कर रही है। किसी भी पार्टी के दावा करने के अधिकार को छीना नहीं जा सकता। कांग्रेस के नेता बार-बार स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने की बात कह रहे है तो भाजपा ने परवाणु मे चुनाव प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक कर कहा कि पूरे चुनाव मे भाजपा फ्रंट फुट पर रही है और कार्यकर्ताओं के फीडबैक से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा हिमाचल मे रिवाज बदलने का दावा कर रही है। राजनैतिक विश्लेषक यह भी मानते है कि यदि सत्ता की कुंजी निर्दलीय के हाथ आती है तो भाजपा सरकार बनाने मे सफल हो जाएगी। हालांकि मेरी समझ मे रिकॉर्ड मतदान स्पष्ट जनादेश की ओर इशारा कर रहा है। खैर सत्ता मे कोई भी दल आए पर हिमाचल के विकास के लिए केंद्र प्रायोजित योजनाओं पर ही निर्भर रहना होगा।
प्रतिष्ठित दैनिक मे छपी रिपोर्ट के अनुसार राज्य का 54 हजार करोड़ रूपए से अधिक का बजट वेतन, पैंशन व ऋण अदायगी पर खर्च हो रहा है। ऐसे मे विकास कार्य के लिए 100 रूपए से सिर्फ 29 रूपए ही मिल रहे है, जो हिमाचल जैसे दुर्गम पहाड़ी राज्य के लिए कम है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले 5 वर्ष मे प्रदेश को विभिन्न योजनाओं के तहत 1 लाख 9 हजार करोड़ रूपए की मदद मिली है। जिससे प्रदेश मे विकास कार्यों की गति को तेजी मिल पाई। इसी तरह प्रदेश का विशेष दर्जा बहाल होने से 90 :10 अनुपात की दर से मदद मिली है। पिछले पांच वर्ष मे विकास के अभूतपूर्व काम हुए है। मतदाताओं ने उसका कितना श्रेय सरकार को दिया है या नहीं इसका आंकलन चुनाव परिणाम के बाद हो सकेगा। खैर नई सरकार भले किसी दल की बने उस सरकार को केंद्र सरकार के साथ तालमेल के साथ ही काम करना होगा। अगर केंद्र सरकार के साथ मधुर संबंध होगें तो विकास सुचारू रूप से हो सकेगा। परिणाम कुछ भी आए ठाकुर जय राम सरकार केंद्र सरकार के उत्तम तालमेल और मधुर संबंधो के लिए स्मरण की जाएगी। नई सरकार को याद रखना होगा कि बल्क ड्रग फार्मा पार्क और मैडीसिन डिवाइस पार्क भी आगामी समय मे तभी जमीन पर उतर पाएंगे जब केंद्र उसमे अपनी हिस्सेदारी के अनुकूल मदद करेगा।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।