*Editorial :-अपनी_गिरती_साख_के_लिए_राजनेता_स्वयं_जिम्मेदार :M.N.Sofat*



*Editorial by.: M N Sofat ex minister Himachal Pradesh अपनी_गिरती_साख_के_लिए_राजनेता_स्वयं_जिम्मेदार *
10 मार्च 2023- (#अपनी_गिरती_साख_के_लिए_राजनेता_स्वयं_जिम्मेदार) —
देश मे राजनेताओं की साख लगातार गिरती जा रही है इसके लिए कुछ राजनेताओं की कार्यप्रणाली और कार्यकलाप जिम्मेदार है। अभी बुधवार को अखबारों मे छपी रिपोर्ट के अनुसार सीबीआई और ईडी मंगलवार लगभग सारा दिन दो राजनेताओं से उनकी भ्रष्टाचार मे संलिप्ता को लेकर पूछताछ करने मे व्यस्त रही। जहां दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया से ईडी ने शराब घोटाले को लेकर पूछताछ की वंही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से नौकरी के बदले जमीन घोटाले के मामले मे लगातार 5 घंटे पूछताछ की है। इससे पहले लालू प्रसाद यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री से भी सीबीआई लम्बी पूछताछ कर चुकी है। हालांकि यह मामला पुराना है और उस समय का है जब 2004 से लेकर 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे, लेकिन इस मामले मे आरोप अति गंभीर है। यह मामला लालू के परिवार को तोहफे मे जमीन देकर या लालू के परिवार को जमीन बेचने के बदले नौकरी देने एवं नौकरी पाने का है। यानी की रेलवे मे नौकरी देने के एवज मे जमीन के रूप मे रिश्वत लेने का आरोप है।
स्मरण रहे वर्तमान मे लालू प्रसाद यादव का छोटा बेटा तेजस्वी यादव बिहार का उप- मुख्यमंत्री है। सभी विरोधी दल मिलकर केन्द्रीय सरकार पर बदले की भावना से काम करने और जांच एजेन्सियों के दुरुपयोग करने का आरोप लगा रहे है, लेकिन ऐसे गभींर आरोपों की जांच एजेंसियां अनदेखी कैसे कर सकती है। मेरे विचार मे कुछ भ्रष्ट नेताओं के कारण राजनेताओं की सारी क्लास बदनाम हो रही है, इसलिए भ्रष्ट नेताओं की पहचान कर उन पर कार्रवाई करना जरूरी है। इससे समाज के सामने ईमानदार राजनेताओं की छवि मे सुधार होगा। विपक्ष यह भी आरोप लगाता है कि सत्तारूढ़ दल के भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ जांच एजेन्सियां कारवाई नहीं कर रही है। इस आरोप मे सच्चाई हो सकती है। मेरी समझ मे इसके लिए विपक्ष को सबूत सहित लोकपाल या अदालत मे शिकायत या याचिका दायर करनी चाहिए।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।