*क्या_राहुल_पीड़ित_कार्ड_खेलना_चाहते_है*



01 अप्रैल 2023- (#क्या_राहुल_पीड़ित_कार्ड_खेलना_चाहते_है)–
राहुल गांधी द्वारा सूरत की अदालत के फैसले के खिलाफ अपील मे देरी करना और जिस तेजी से राहुल गांधी ने लोकसभा हाऊसिंग कमेटी को लिखा कि वह 12 तुगलक रोड बंगला खाली कर देगें से लगता है कि वह विक्टिम कार्ड खेलने का इरादा रखते है। एक प्रतिष्ठित दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार राहुल की कानूनी टीम अभिषेक मनु सिंघवी के नेतृत्व मे सत्र न्यायालय मे अपील दायर करने के लिए तैयार है, लेकिन राहुल गांधी उन्हे हरी झंडी देने मे समय ले रहे है। अखबार के अनुसार वह परिस्थितियों का अध्ययन कर रहे है। वह और राहुल की टीम आंकलन कर रही है कि पीड़ित कार्ड से कितना लाभ 2024 के चुनाव मे कांग्रेस को हो सकता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उनके रणनीतिकारों का मानना है कि राहुल का पीड़ित कार्ड और अडानी का मुद्दा 2024 के लोकसभा चुनाव मे लाभ पहुंचा सकता है।
दूसरी तरफ भाजपा के रणनीतिकार राहुल के ऊपरी अदालत मे अपील न करने को राहुल का अहंकार बता रहे है और कह रहे है कि गांधी परिवार अपने आप को देश के कानून से ऊपर समझता है। यह भी सही है कि अभी तक भाजपा के रणनीतिकार कांग्रेस के रणनीतिकारों पर भारी पड़ते रहे है। याद करो 2019 मे राहुल के “चौकीदार चोर है” के तंज को मै भी चौकीदार हूँ के अभियान से धाराशाही कर दिया था। गुजरात चुनाव मे सोनिया के लाशों के सौदागर वाले ब्यान को गुजरात अस्मिता के साथ जोड़कर कांग्रेस को चुनाव मे पराजित कर दिया था। मेरी समझ मे अपील के मामले मे राहुल की टीम रिस्क फैक्टर का भी अवलोकन कर रही होगी। कोई वकील अदालत की गांरटी नहीं दे सकता है। मानो सत्र न्यायालय राहत नहीं देता तो फिर नुकसान कहीं अधिक होगा। सजा बरकरार रहेगी और पीड़ित कार्ड भी छिन जाएगा। खैर राहुल चक्रव्यूह मे फंस गए है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह चक्रव्यूह को तोड़कर निकल पाते है या नही।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।