*पालमपुर में बाधित जल आपूर्ति 30 मई यानी कल तक सुचारू कर दी जाएगी* *राधा सूद काउंसलर नगर निगम पालमपुर*
*पालमपुर में बाधित जल आपूर्ति 30 मई यानी कल तक सुचारू कर दी जाएगी* *राधा सूद काउंसलर नगर निगम पालमपुर*
नगर निगम पालमपुर की काउंसलर श्रीमती राधा सूद जी ने जानकारी दी है कि :-
आप सभी भाई बहनों को सूचित करना चाहती हूं कि वार्ड के एक बड़े हिस्से में पानी की आपूर्ति 4-5 दिनों से बाधित चल रही है जिसके लिए मुझे खेद है लेकिन आप सबको ये बताना चाहूँगी कि हमारे निगम के कर्मचारी बड़ी मेहनत कर रहे है ताकि पानी जल्द से जल्द restore किया जाये। जगह-जगह खुदाई करने के उपरांत भी जब blockage नहीं मिल पायी तो श्री आशीष बुटेल जी से आग्रह कर 60 पाइपें नयी बिछवा कर टैंक से मेन पाइप तक जोड़ा जा रहा है। आज 50 से 60 प्रतिशत काम हो चुका है ।आशा है कल शाम तक ये पूरा कर लिया जाएगा और पानी आ जाएगा.
यदि सभी काउंसलर इसी तरह से एक्टिवली काम करें और काम में हो रहे देरी ,विलंब या बाधा के बारे में जनता को जागरूक करते रहे जानकारी प्रदान करते रहे तो कोई कारण नहीं कि लोग नाराज हों।
शासन-प्रशासनऔर जनप्रतिनिधियों की कुछ अपनी मजबूरियां हो सकती है परंतु उन मजबूरियों को जब तक जनता के सामने नहीं लाया जाता जनता में गलतफहमियां ज्यादा फैलती हैं। और लोग नेगेटिव नैरेटिव चलाना शुरु कर देते हैं जिससेन केवल जनप्रतिनिधियों की क्रेडिबिलिटी तो समाप्त होती है बल्कि शासन प्रशासन को भी आलोचना का शिकार होना पड़ता है ,काम करते हुए भी उन्हें निकम्मा ठहरा दिया जाता है।
हां कुछ मामलों में सचमुच ऐसा होता है कि जनसमस्याओं और जनता की परेशानियों के विषय में शासन प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगती ,चाहे जनता कितनी भी परेशान क्यों ना हों परंतु अगर संवाद में पारदर्शिता हो तो ऐसा कोई कारण नहीं कि कोई भी किसी पर बेवजह इल्जाम लगाए या कोई अनचाही आलोचना का शिकार हो।
जनप्रतिनिधियों का कार्य है कि वह लोगों की समस्याओं का सुने और उन समस्याओं का शीघ्र अति शीघ्र समाधान प्रदान करें और सरकारी कर्मचारियों को भी चाहिए कि वह जनप्रतिनिधियों के डायरेक्शंस या उनके आदेशों को संवेदनशीलता से ले उस पर त्वरित कार्यवाही करें ।
किसी की शराफत का नाजायज फायदा ना उठाएं और खुद को यह ना समझे कि हमारा कोई क्या बिगाड़ लेगा।
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