*कोलकाता में पैरामिलिट्री कल्याण संगठन का महासम्मेलन हुआ सम्प्पन*
पैरामिलिट्री कल्याण संगठन का महासम्मेलन ।
आज दिनांक 26 अगस्त 2023 को कोलकाता में एक्स सीएपीएफ वेलफेयर एसोसिएशन कोलकाता के अध्यक्ष श्री ए के नाथ , एक्स डी आई जी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। जिसमें कुणाल मजूमदार ( एक्स आईजी ) स्पेशल गेस्ट ओर , अखिल भारतीय पूर्व अर्ध सैनिक कल्याण एवं समन्वय संघ के चेयरमैन वी के शर्मा (एक्स डीआईजी) श्री बुद्धदेव एक्स डी आई जी बिशेष गेस्ट उपस्थित रहे । कनफेडरेशन आफ एक्स पैरामिलेट्री वेलफेयर मार्टियर्स के जनरल सेक्रेटरी रनवीर , सिंह , अखिल भारतीय पुर्व अर्धसैनिक कल्याण एवं समन्वय संघ के सेक्रेटरी जनरल देवेन्द्र बक्शी , हिमाचल से मुख्य प्रवक्ता मनवीर चन्द कटोच, गुजरात से अध्यक्ष दिपेश पटेल इत्यादि सैकड़ों सदस्यों एवं वीरांगनाओं ने महासभा में हिस्सा लिया। पैरामिलिट्री कल्याण संगठन के पदाधिकारियों ने सभा को संबोधित किया । सभा में देश के प्रदेशों से आए सभी पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया की पैरामिलिट्री सदस्यों के साथ हो रहे सौतेलेपन भेदभाव को समाप्त करने के लिए देश के सभी संगठन सकारात्मक से सही रणनीति से आगे एकजुटता से मिलकर कार्य करेंगे ।
1) देश की आजादी के बाद पैरामिलिट्री बलों के सदस्य ने जितने भी युद्ध हुए हैं एवं देश की आंतरिक सुरक्षा में भी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पैरामिलिट्री के जांबाजों ने दुश्मनों से बहादुरी से अहम भूमिका भूमिका निभाने में कोई कमी नहीं रखी थी ,ओर अभी भी लगातार कठिन परिस्थितियों में शूरवीरता से निभा रहे हैं। पैरामिलिट्री के सैनिक हमेशा रात-दिन 24 घंटे लड़ाई के माहोल में सेवा दे रहे हैं ।आज तक देश की सरहदों की रक्षा और आंतरिक सुरक्षा मे सभी से ज्यादा पैरामिलिट्री जांबाजों ने कुर्बानियां दी है लेकिन उसके बावजूद पैरामिलिट्री फोर्स को कभी पैरामिलिट्री, अर्धसैनिक बल , सीएपीएफ इत्यादि नाम ही बदले जाते रहे हैं , लेकिन धरातल पर अभी तक सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ ,इसी कारण सेवानिवृत्त सदस्य अभी तक अपनी स्वस्थ्य सुविधा जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित रहे है। अभी तक देश में पैरामिलिट्री के सेवानिवृत्त सदस्यों को देश में जिला स्तर पर स्वस्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं है। ओर मेडिकल भता जो 1000 पेंशन में मिलता है जो बहुत ही कम है।
2) पैरामिलिट्री सदस्यों को उनके द्वारा दी जा रही सेवाओं को देखते हुए उन्हें *सेंट्रल सिविल सर्विस नियम* में रखना उनके साथ एक बहुत बड़ा अत्याचार ही है।
3) बीएसएफ,आइटीबीपी, एसएसबी, सीआरपीएफ सीआईएसएफ इत्यादि सभी बलों का गठन भारतीय सेना की तर्ज पर ही *आर्म्ड फोर्स ऑफ़ द यूनियन *के नाम से हुआ था जो हाल में हाईकोर्ट ने भी अपने फैसले में साफ कर दिया है कि पैरामिलिट्री के नियम के अनुसार 2004 के बाद उनकी पेंशन बन्द करना देना सरकार के नियमों के विरुद्ध है ।
4) सेना के सेवानिवृत्त सदस्यों के लिए जिला स्तरीय *सैनिक कल्याण बोर्ड * है लेकिन पैरामिलिट्री के सेवानिवृत्त सदस्यों, ओर बलिदानियों की वीरांगनाओं ओर विधवाओं को आ रही समस्याओं के निवारण के लिए अभी जिला स्तरीय पैरामिलिट्री कल्याण बोर्ड का गठन अभी तक नहीं हुआ है।
5) केन्द्र सरकार द्वारा सेवारत पैरामिलिट्री सदस्यों को ओर उनके परिवारो को आयुष्मान योजना से जोड़ा गया लेकिन सेवानिवृत्त सदस्यों ओर वीरांगनाओं को सुविधा से नहीं जोड़ा है जो समझ से बाहर ही है।
6). केन्द्र द्वारा GST लागू किए जाने से पहले पैरामिलिट्री की कैंटीन को जो वैट में छूट मिलती थी उसे समाप्त कर दिया है , जिससे पैरामिलिट्री की कैंटीन आम दुकान हो चुकी है जो बहुत ही दुखदाई है । पैरामिलिट्री सदस्यों को जो पहले जो कुछ सुविधाएं मिलती थी उन्हें भी धीरे-धीरे समाप्त किया जा रहा है। पैरामिलिट्री के सदस्यों परिवारों में भारी रोष एवं बैचेनी है।सभा में निर्णय लिया अगर पैरामिलिट्री की मांगों को गंभीरता से नहीं लेती तो संगठन जल्द ही दिल्ली में रैली धरने करने के लिए कठोर कदम उठाने का निर्णय लेगे।
,