*राजपूत समुदाय को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा – राजपूत महासभा हिमाचल*


*राजपूत समुदाय को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा – राजपूत महासभा हिमाचल*

राजपूत महासभा हिमाचल प्रदेश की मासिक बैठक रविवार को गतोश महादेव मंदिर, हमीरपुर में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश प्रधान इंजीनियर के.एस. जमवाल ने की जबकि संचालन जिला हमीरपुर से महासभा के उपप्रधान इंजीनियर दलीप दत्तवालिया ने किया।
बैठक में हमीरपुर जिला इकाई को भंग कर नई कार्यकारिणी गठित की गई। सर्वसम्मति से अजमेर सिंह ठाकुर को जिला प्रधान, संदीप डडवाल को वरिष्ठ उपप्रधान, जोगिंदर ठाकुर को महासचिव और रवींद्र सकलानी को वित्त सचिव चुना गया। प्रदेश कार्यकारिणी ने नवनियुक्त पदाधिकारियों को संगठन उमंडल और पंचायत स्तर पर विस्तार के लिए अधिकृत किया।
प्रधान जमवाल ने नवनिर्वाचित टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकारें लगातार राजपूत समाज को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। सामान्य वर्ग आयोग व राजपूत कल्याण बोर्ड का गठन, आरक्षण वर्गीकरण, क्रीमी लेयर लागू करने और EWS आय सीमा को केंद्र की तर्ज पर बढ़ाने जैसी मांगों की अनदेखी इसी का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि इन अधिकारों को हासिल करने के लिए समाज को संगठित होकर संघर्ष करना होगा।
महासभा के वरिष्ठ उपप्रधान व पूर्व कुलपति कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर प्रो. अशोक सरयाल ने कहा कि राजपूत समाज ने सदियों तक अपने शौर्य और बलिदान से देश की रक्षा की है। राजपूतों ने 500 साल तक अपनी युद्ध कला तलवार, धनुषविद्या के बल पर विदेशी आक्रांताओं को अखंड भारत में घुसने नहीं दिया। बंदूक के बल पर अंग्रेजों को भगाया। आज लोकतंत्र में “मतदान” ही समाज का सबसे बड़ा हथियार है और इसका उपयोग एकजुट होकर करना होगा। पार्टी विचारधारा से ऊपर उठकर सरकार में पक्ष प्रतिपक्ष का जो प्रतिनिधि सामान्य समाज के हितों की बात रखेगा राजपूत समाज उसका समर्थन करेगा। उन्होंने चेताया कि नेताओं द्वारा प्रदेश के राजपूतों की जनसंख्या 34-36 प्रतिशत की बजाय 28 प्रतिशत बताना समाज को कमजोर करने की कोशिश है।
महासचिव विजय चंदेल ने कहा कि समाज को कुछ मुद्दों पर स्वयं आगे आकर सुधार करना होगा। बच्चों में प्रेम प्रसंग की वजह से टूटने की बजाय पारिवारिक मिलन विवाह के संस्कार संजोए रखने होंगे। आरक्षण के कारण प्रतिभाशाली राजपूत युवा बेरोजगारी और विवाह संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन राशि जैसी योजनाएं भी समाज में असंतुलन पैदा कर रही हैं। रोजगार युक्त युवाओं को आरक्षित वर्ग की लड़कियां प्रेम प्रसंग के जाल में फंसा कर शादी करके सरकार की अनुदान राशि प्राप्त कर रही है।
बैठक में मंडी सभा के प्रधान डॉ. अमर सिंह गुलेरिया, संयुक्त सचिव रवींद्र गुलेरिया, आईटी सेल प्रमुख सुमित ठाकुर, युवा विंग प्रधान अनिल ठाकुर, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. अश्वनी राणा और हमीरपुर इकाई के पूर्व प्रधान प्रकाश ठाकुर भी उपस्थित रहे।
