पाठकों के लेख:- लेखक महेंद्र नाथ सोफ़त पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार**(#घल्लूघारा_दिवस_पर_लगे_देश_विरोधी_नारे) – –*

08 जून 2022– (#घल्लूघारा_दिवस_पर_लगे_देश_विरोधी_नारे) – —

जो कुछ 6 जून को घल्लूघारा दिवस पर अमृतसर मे हुआ है वह अति दुखद है और देश प्रेमियों का चिंतित होना स्वभाविक है। प्रतिष्ठित हिंदी दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार इस अवसर पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे और तलवारे लहराई गई। कश्मीर और पंजाब की घटनाओं के अवलोकन से पत्ता चलता है कि राष्ट्र विरोधी ताकतें सिर उठाने के लिए एक बार फिर से प्रयासरत है। पटियाला के बाद अमृतसर की यह घटना बहुत ही निंदनीय है। कुछ लोग पंजाब की इन घटनाओं को पंजाब की नई सरकार के साथ जोड़कर देख रहे है। देश के एक बड़े कवि तो बार- बार अपने द्वारा पंजाब चुनाव से पूर्व दी गई चेतावनी को स्मरण करवाना नहीं भूलते है। मै न तो आरोप – प्रत्यारोप की बहस मे उलझना चाहता हूँ और न ही इन घटनाओं को किसी सरकार की कमजोरी के साथ जोड़कर देखना चाहता हूँ।
मेरे विचार मे इस प्रकार की घटनाएं सीधे तौर पर देश विरोधी ताकतों की देश को चुनौती है। इस चुनौती का हम सबको मिलकर ही मुकाबला करना होगा। इन ताकतों से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार को सयुंक्त रणनीति बनानी होगी। पंजाब की इन देश विरोधी ताकतें जो देश को तोड़ने के षड्यंत्र रच रहे है के तार कुछ विदेशी ताकतों से जुड़े है। इनके कुछ समर्थक विदेश विशेषकर कनाडा मे बैठ कर भारत के खिलाफ जहर उगलते है और भारत विरोधी ताकतों को हवा देते है। राज्य सरकार को इन ताकतों से सख्ती से निपटना होगा और केंद्र सरकार को पंजाब सरकार की हर संभव सहायता करनी चाहिए। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जी को राजनीति को एक तरफ रख देश के गृह मंत्री अमित शाह जी से तुरंत मुलाकात कर इन ताकतों से निपटने और इन ताकतों को कुचलने की रणनीति बनानी चाहिए।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।