*कृषि विश्वविद्यालय में नई सुविधाएं होगी तैयार: कुलपति डा. डी.के.वत्स नव वर्ष पर कुलपति का संबोधन*
कृषि विश्वविद्यालय में नई सुविधाएं होगी तैयार: कुलपति डा. डी.के.वत्स
नव वर्ष पर कुलपति का संबोधन
पालमपुर,1 जनवरी। चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डाक्टर डी.के.वत्स ने नए वर्ष में किसानों और विद्यार्थियों के लिए कर्मचारियों से सेवा के साथ नए सिरे से प्रतिबद्धताओं से काम करने का आह्वान किया। विश्वविद्यालय समुदाय को नए वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कुलपति ने कहा कि सही आत्मनिरीक्षण पिछले वर्ष की कमियों को उजागर करता है और संस्थान, समाज, राज्य और राष्ट्र की प्रगति के लिए नए सिरे से योजना बनाने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने वैज्ञानिकों से अधिक से अधिक शोध परियोजनाएं स्वीकृत करवाने को कहा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष पांच करोड़ रुपये की कृषि प्रयोगशाला और चार करोड़ रुपये के परीक्षा भवन का शिलान्यास किया जायेगा।
डाक्टर डी.के.वत्स ने बढ़ती आबादी का पेट भरने के लिए कृषि और खाद्य उत्पादन बढ़ाने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि छात्रों को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन जैसी नई चुनौतियों का सामना करने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार करने की जरूरत है। उन्होंने खेती के साथ-साथ विश्वविद्यालय के लिए सतत विकास बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय में कठिन वित्तीय हालात पर चर्चा की और सभी से राजस्व सृजन में मदद करने को कहा। डा. वत्स ने विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने और इसकी रैंकिंग में सुधार करने के लिए विश्वविद्यालय समुदाय से सहयोग मांगा। उन्होंने सभी से ‘‘संस्थागत विकास योजना‘‘ के लिए अपने सुझाव देने को कहा। उन्होंने एक कॉर्पस डेवलपमेंट फंड बनाने का सुझाव दिया जहां पूर्व छात्रों से सहायता प्राप्त की जा सकें। इससे छात्रों और किसानों के लिए नई सुविधाएं बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि धन उत्पन्न करने के लिए एक इकाई सृजन की जाएगी।
कुलपति ने पिछले वर्ष के अच्छे काम के लिए विश्वविद्यालय के सभी घटकों की सराहना की, जिससे विश्वविद्यालय देश के सभी राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में आठवां स्थान प्राप्त कर सका। उन्होंने जेआरएफ परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 85 विद्यार्थियों और 12 संकाय सदस्यों व 44 छात्रों की भी सराहना की, जिन्होंने प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में प्रशिक्षण प्राप्त किया। डा. वत्स ने बताया कि शैक्षणिक कैलेंडर को मानकीकृत किया गया है। उन्होंने विश्वविद्यालय को नियमित वित्तीय सहायता के लिए सभी फंडिंग एजेंसियों का आभार व्यक्त किया। अनुसंधान निदेशक डा. एस.के.उपाध्याय ने समारोह की कार्यवाही का संचालन किया।
इस अवसर पर सभी संविधिक अधिकारी, विभागाध्यक्ष , प्रमुख वैज्ञानिक, गैर-शिक्षक कर्मचारी और छात्र-छात्राएं मौजूद रहें।