*देश_का_सबसे_लंबा_सी_ब्रिज_तय_समय_मे_हुआ_तैयार*
15 जनवरी 2024- (#देश_का_सबसे_लंबा_सी_ब्रिज_तय_समय_मे_हुआ_तैयार)-
मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ने वाला अटल सेतु रिकॉर्ड समय मे बनकर तैयार हुआ और निर्माण की डेडलाइन को आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ी। मेरे विचार मे हम सबके लिए गर्व की बात है। अक्सर सरकारी प्रोजेक्ट शुरू तो हो जाते है लेकिन कब खत्म होगे कोई भी बताने की स्थिति मे नहीं होता। रिकॉर्ड समय मे पहले नये संसद भवन का निर्माण और अब 21.8 कि मी लम्बे समुद्री पुल “अटल सेतु” का निर्माण यह दर्शाता है कि सशक्त नेतृत्व विकास के तय लक्ष्य को तय समय मे पूरा करवा सकता है। स्मरण रहे इस पुल की 2016 मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधार शिला रखी थी और 2018 मे इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ था। इस प्रोजेक्ट को पुरा करने की डेडलाइन अगस्त 2023 तय की गई थी।
वर्तमान सरकार की कार्य संस्कृति को इस बात का श्रेय जाता है कि प्रोजेक्ट लगभग अपने तय समय पर पुरा हो गया और 12 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री जी ने इसका उद्घाटन कर देश को समर्पित कर दिया है। यह एक बड़ा और कठिन प्रोजेक्ट था क्योंकि इस पुल का 16.5 किलोमीटर का हिस्सा समुद्र पर है और केवल 5.5 किलोमीटर ही जमीन पर है। इस पर 17,843 करोड़ रूपए खर्च किए गए है। राजनैतिक इच्छा शाक्ति के चलते इस प्रोजेक्ट मे कभी भी बजट का अभाव नहीं होने दिया गया। मज़दूरों और इंजीनियरो ने प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए लगातार काम किया। प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद एक दिन भी काम बंद नहीं हुआ।
परिवहन एवम सड़क मंत्री नितिन गड़करी की इस प्रोजेक्ट मे दिलचस्पी और निरंतर काम की प्रगति पर नजर के चलते यह समय पर पुरा हो सका है। पिछले दस वर्षों से इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण केन्द्रीय सरकार की प्राथमिकता है । विकासशील देश के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। हालांकि इस पर चार्ज होने वाले टोल टैक्स की कुछ लोग सोशल नेटवर्किंग पर आलोचना कर रहे है लेकिन मेरी समझ मे यह आलोचना आधारहीन है। क्योंकि इस पुल के चलते अब सफर दो घंटे के स्थान पर 20 मिनट मे तय हो सकेगा। इस पुल के कारण एक करोड़ लीटर ईधन की हर साल बचत होगी और इसके कारण प्रदुषण मे भी कमी आने की उम्मीद है। कुल मिलाकर इस बड़ी उपलब्धि का श्रेय देश के सशक्त नेतृत्व, अनथक मज़दूरों और योग्य इंजीनियरो को देना होगा। इस शानदार उपलब्धि के लिए देश के सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई।