*आधुनिक कृषि चुनौतियों से तालमेल बिठाने को बहुविषयक प्रशिक्षण आवश्यक: प्रो एच.के.चौधरी*



आधुनिक कृषि चुनौतियों से तालमेल बिठाने को बहुविषयक प्रशिक्षण आवश्यक: प्रो एच.के.चौधरी
कृषि विश्वविद्यालय में आठ दिवसीय बहुविषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम आरंभ
पालमपुर। चौसकु हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा वित्त पोषित,स्तुति (STUTI) कार्यक्रम के तत्वावधान में श्कृषि सुधार के लिए उन्नत तकनीकों का उपयोगश् पर आठ दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम (वैज्ञानिक और तकनीकी अवसंरचना का उपयोग करते हुए सिनर्जिस्टिक प्रशिक्षण कार्यक्रम) का विश्वविद्यालय में उद्घाटन किया गया।
मुख्य अतिथि प्रो. एच के चौधरी ने आधुनिक कृषि चुनौतियों से तालमेल बिठाने के लिए ऐसे बहु-विषयक प्रशिक्षणों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण भी नई शिक्षा नीति के अनुरूप है।
प्रो जी आर चौधरी, निदेशक सैफ/सीआईएल, पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़, विशिष्ट अतिथि के रूप में, स्तुति कार्यक्रम का विवरण दिया। कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न केंद्र प्रायोजित कार्यक्रमों के तहत बनाए गए अनुसंधान और विकास के बुनियादी ढांचे का पूरी तरह से उपयोग करना है। कार्यक्रम में सात राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, मेघालय और हिमाचल प्रदेश से तीस उम्मीदवार भाग ले रहे हैं।
उद्घाटन समारोह में पाठ्यक्रम निदेशक डॉ डी के बन्याल और पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ शिखा शर्मा ने अपने विचार व्यक्त किए। विश्वविद्यालय के सांविधिक अधिकारियों समेत प्रमुख वैज्ञानिकों ने इस दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।