*आज_नववर्ष_2023_का_पहला_दिन_है_सामने_2024_के_आम_चुनाव_दिखाई_देने_लगे_है* महेन्द्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश*
01 जनवरी 2023- (#आज_नववर्ष_2023_का_पहला_दिन_है_सामने_2024_के_आम_चुनाव_दिखाई_देने_लगे_है)-
नववर्ष की हार्दिक बधाई के साथ हम अगले वर्ष शुरू मे होने जा रहे आम चुनाव को लेकर शुरू हुई राजनीति को समझने का प्रयास करते है। सत्तारूढ़ भाजपा के पास स्थापित और स्वीकार्य नेतृत्व है, जबकि विपक्ष नेतृत्व विहीन दिखाई देता है। अब गैर भाजपा पार्टियों का नेतृत्व करने के लिए कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के अतिरिक्त एक और नाम चर्चा मे है वह है उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का नाम। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अब लगभग लगातार 22 वर्ष उड़ीसा का मुख्यमंत्री रहने के बाद नवीन पटनायक राष्ट्रीय राजनीति मे आने का इरादा रखते है। इस बात से इन खबरों को ओर भी बल मिला है कि जनवरी मे उड़ीसा मे हाकी वर्ड कप के लिए टूर्नामेंट होने जा रहे है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक इसको गैर भाजपा राजनीति मे अपने को नेता स्थापित करने के लिए इस्तेमाल करना चाहते है। उन्होने वर्ड हाकी मैच के उद्घाटन समारोह मे आने के लिए सभी गैर भाजपा मुख्यमंत्रियों को निमंत्रण भेजे है। रिपोर्ट के अनुसार उनके निमंत्रण को अधिकांश गैर भाजपा मुख्यमंत्रियों ने स्वीकार कर लिए है। स्वीकृति भेजने वालो मे कांग्रेस के तीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और सुखविंदर सिंह सुख्खू भी शामिल है।
गैर भाजपा दलों मे अपनी पैंठ बढ़ाने के लिए राहुल गांधी भी प्रयासरत है। अब उनकी पदयात्रा उत्तर प्रदेश मे प्रवेश करने वाली है। उन्होने भी उत्तर प्रदेश की तीनों बड़ी गैर भाजपा पार्टियों के नेताओं को पदयात्रा मे शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा है। यह पार्टियाँ है समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोक दल और बहुजन पार्टी, लेकिन खबर है तीनों पार्टियों ने यात्रा मे शामिल होने मे दिलचस्पी नहीं दिखाई है।समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि यदि यह निमंत्रण गैर भाजपा विपक्ष की एक जुटता दिखाने के लिए है तो यह अपरिपक्व प्रयास है। इस काम मे अधिक गंभीर प्रयास की आवश्यकता है। खैर दोनों निमंत्रण देने मे एक समानता है कि यह दोनो निमंत्रण राजनैतिक उद्देश्य से दिए गए है और गैर भाजपा दलों के गठबंधन का नेता बनने के प्रयास हेतु दिए गए थे। हालांकि अभी यह पुरी तरह साफ नहीं कि नवीन पटनायक राष्ट्रीय राजनिति मे आने का मन बना चुके है, लेकिन यदि इन दोनों निमंत्रण की तुलना की जाए और उसके आधार पर निष्कर्ष निकाला जाए तो लगता है कि नवीन पटनायक की स्वीकार्यता राहुल गांधी से अधिक हो सकती है।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।