Ram Mandir :*श्री राम जन्म भूमि अयोध्या में श्री रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का सुखद अवसर :बलदेव सूद*


Ram Mandir :*श्री राम जन्म भूमि अयोध्या में श्री रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का सुखद अवसर :बलदेव सूद*

श्री राम जन्म भूमि अयोध्या में श्री रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का सुखद अवसर। विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व संगठन मंत्री बलदेव राज सूद द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि
महाराजा विक्रमादित्य जी ने भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में 108 कसौटी के पथरों के स्तम्भों से भव्य मंदिर का निर्माण किया था।
1528 ईस्वी में अक्रांता वावर के सेनापति मीरबांकी ने भव्य राममंदिर को गिराकर मस्जिद वना दी थी। तव से लगातार हिन्दू समाज के साधुसंतो,राजा महाराजाओं ने 76 वार लड़ाईयां लड़ी हैं तथा लाखों लोगों ने शहादत दी है ।
1949 से निर्मोही आखाड़े अयोध्या तथा हिन्दू महासभा द्वारा न्यायालय में केस किया गया। 1984 में विश्व हिंदू परिषद की धर्मसंसद पेजावर मठ उडुप्पी (कर्नाटक) में मंदिर मुक्ति आंदोलन का प्रस्ताव पारित हुआ। 1984 में विश्व हिंदू परिषद ने श्रीरामलला मंदिर मुक्ति आंदोलन के माध्यम से सारे देश में श्रीराम जानकी रथ यात्राऐं चलाई गई। ताला खोलो अभियान के अन्तर्गत 1फरवरी 1986 को न्यायालय के निर्णय से राम मंदिर परिसर पर लगे ताले को खोला गया।
1 फरवरी 1989 को संत देवराहा बाबा की अध्यक्षता में प्रयाग राज में सारे देश में रामशिला पुजन का निर्णय हुआ। तदोपरांत देश के करोडो राम भक्तों ने शिलापूजन करके सवा-सवा रुपए दान से 11 करोड़ की राशी इकत्र हुई । इस राशी से मंदिर में लगाए गये पत्थरों की घड़ाई हुई है। बलदेव राज ने बताया कि9-10-11जून 1989 को श्री शांताकुमार जी के प्रयास से पालमपुर में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में श्री राम मंदिर के पक्ष में प्रस्ताव पारित हुआ तथा भाजपा ने खुला समर्थन देते हुए श्री लाल कृष्ण आडवानी जी ने सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली। 30 नवंबर 1989 से देश भर में 400 से अधिक राम ज्योति रथ यात्राऐं निकाली गई जिससे हिंदू समाज ने 30 अक्तूबर 1990 की कारसेवा का निर्णय करते हुऐ लाखों कारसेवकों ने अयोध्या कूच किया इस अभियान में हिमाचलप्रदेश से लगभग एक हजार कार सेवक जिसमें जिला कांगड़ा से लगभग200 कारसेवकों ने पठानकोट से सियालदह ऐक्सप्रैस से अयोध्या के लिए कूच किया। जिला कांगड़ा के प्रमुख संतो सर्व श्री धुनिनाथ , रामानन्दपुरी, भैरवा नन्द ,गोविंद दास कृष्णा नन्द के नेतृत्व में बैजनाथ व्लाक से दूलोराम कपूर, संसारपाल , शांती कुमार शर्मा , योगिन्द्र शर्मा ,मेहता मुलख राज , कमल शर्मा ,प्रेम सिंह कपूर, गरजा राम ,ज्वाला प्रशाद, कुलदीप शर्मा,सुरेन्द्र शर्मा, घनश्याम सूद,मिन्टू अवस्थी,शिवदेवीकटोच,रामप्रकाश मेहरा,पवनदीप शर्मा आदि जयसिंहपुर क्षेत्र से मास्टर राम प्रशाद, विनोद शर्मा, सोमदत्त शर्मा किशोरी लाल व्यास आदि । पालमपुर क्षेत्र से माता रामप्यारी सूद , डाः शिव कुमार शर्मा,प्रवीण शर्मा, कुलदीप भारद्वाज, रणजीत ठाकुर,ध्रुव सिंह राठौर,विजय गिरि आदि सुलह क्षेत्र से पं विष्णुदत जी, मनोज व्यास,राजेश व्यास,अजय धीमान आदि,नगरोटा क्षेत्र से मेहता राम चंद,बलराम पुरी,विशन दास शर्मा,ओम खोसला, रमेश पुरोहित,नूरपुर क्षेत्र से डाः राजन सुशांत,राकेश पठानिया,तारा चन्द,वेद प्रकाश रंगीला आदि इनके अतिरिक्त कांगड़ा,धर्मशाला,शाहपुर,देहरा से कारसेवकों ने अयोध्या के लिए कूच किया।उतर प्रदेश सरकार द्वारा कारसेवको को पकड़-पकड़कर जेलों में बंद किया गया इसके वाबजूद सारे देश से हजारों कारसेवक अनेक वाधाओं को तोड़ते हुऐ अयोध्या पंहुचे । भयंकर गोलीकांड में एक हजार से ज्यादा कारसेवक शहीद हुए। इस के परिणाम स्वरूप उत्तर प्रदेश मे कल्याण सिंह की सरकार वनी तथा 6 दिसंबर 1992 को रामभक्तों ने शादियों पुराने बावरी ढांचे को ध्वस्त करके रामलला को जन्मभूमि पर टेन्ट में स्थापित करके रामभक्तों को दर्शन के लिए खोल दिया । बलदेव राज सूद ने बताया कि 9नबवर 2019 का दिन इतिहास के सुनहरे अक्षरों में दर्ज किया जब सुप्रीमकोर्ट ने कानूनी लड़ाई का पटाक्षेप करते हुए चीफ जस्टिस गोगाई की अध्यक्षता में जस्टिस एस ऐ बोवड़े जस्टिस डीवाई चन्द्रचूड़,जस्टिस अशोक भूषण; जस्टिस एस अब्दुल नजीर पांच सदस्यीय बेंच ने सर्व सम्मति से राम जन्म भूमि के पक्ष में फैसला सुनाकर देश के करोडो राम भक्तों कोआनन्दित किया है ।आज भारत सरकार तथा राम जन्म भूमि मंदिर न्यास के संयुक्त प्रयास से वहां भव्य मंदिर त्यार है तथा 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी अनेक साधु-संतों के साथ श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे । यह अवसर देश के करोड़ो हिन्दुओं के लिए आनन्द तथा तथा सौभाग्य का अवसर है।
