#Vishal Mega Mart Palampur: पैसे बचाइए, लेकिन मानवता की कीमत पर नहीं”


एडिटोरियल: “पैसे बचाइए, लेकिन मानवता की कीमत पर नहीं”

पालमपुर में स्थित विशाल मेगा मार्ट उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर सामान उपलब्ध कराने के लिए जाना जाता है। “पैसे बचा लो” इसका प्रमुख नारा है, लेकिन यह नारा उस समय खोखला प्रतीत होता है जब ग्राहक और विशेषकर कर्मचारी, मूलभूत सुविधाओं के अभाव में परेशान नजर आते हैं।
हाल ही में विशाल मेगा मार्ट के भीतर की स्थिति देखकर यह साफ हो गया कि संस्थान आर्थिक बचत की दौड़ में मानवीय मूल्यों को पीछे छोड़ता जा रहा है। शॉपिंग फ्लोर पर तमाम एग्जॉस्ट फैन बंद पड़े थे, जिससे पूरा माहौल घुटन भरा हो गया था। इस तरह का वातावरण न केवल ग्राहकों के लिए असहज है, बल्कि वहां काम करने वाले कर्मचारियों के स्वास्थ्य के लिए सीधा खतरा है।
सोचिए, ग्राहक तो आधा-एक घंटा बिता कर बाहर आ जाते हैं, लेकिन वे कर्मचारी जो पूरे दिन इस बंद और घुटनभरे माहौल में काम करने को मजबूर हैं, उनके लिए यह कैसी मजबूरी बन गई है? किसी भी व्यावसायिक संस्थान की पहली जिम्मेदारी अपने कर्मचारियों और ग्राहकों की बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करना होनी चाहिए — और इसमें स्वच्छ हवा, रोशनी, और आरामदेह कार्य वातावरण प्राथमिक हैं।
विशाल मेगा मार्ट का यह रवैया केवल कर्मचारियों के साथ शोषण नहीं, बल्कि मानवाधिकारों का भी सीधा उल्लंघन है। जब मैनेजर मिस्टर धीमान से संपर्क किया गया तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की कि शिकायत आने पर ही वेंटिलेशन चालू किया जाएगा। क्या एक जिम्मेदार संस्था को शिकायत का इंतजार करना चाहिए? क्या कर्मचारियों की सांसों की कीमत भी आर्थिक बचत में नापी जाएगी?
पालमपुर, जहां की वादियों में ताजगी खुद बिखरी पड़ी है, वहां यदि केवल खिड़कियां खोल देने भर से माहौल बेहतर हो सकता है, तो वह भी न करना लापरवाही नहीं तो और क्या है?
यह समय है जब विशाल मेगा मार्ट जैसे बड़े संस्थानों को यह समझना होगा कि ‘विकास’ और ‘लाभ’ की दौड़ में ‘संवेदनशीलता’ और ‘जिम्मेदारी’ को पीछे नहीं छोड़ा जा सकता।
हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में विशाल मेगा मार्ट न केवल अपनी छवि सुधारने की दिशा में कदम उठाएगा, बल्कि अपने कर्मचारियों और ग्राहकों के प्रति भी संवेदनशीलता दिखाएगा।
आज 3 मई को 3:20 पर विशाल मेगा मार्ट के मैनेजर से फोन पर बात हुई उन्होंने कहा कि समस्या तो है जिसका समाधान शीघ्र ही करने की कोशिश की जाएगी ताकि ग्राहकों के स्वास्थ्य पर कोई विपरीत असर ना पड़े
— बी के सूद
चीफ एडिटर, ट्राई सिटी टाइम्स

