*नवरात्रि विशेष: अष्टमी के दिन मां महागौरी की की जाती है पूजा अर्चना*
नवरात्र के आठवें दिन मां के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा की जाती है.
इस दिन मां दुर्गा के इस रूप की पूजा विशेष कल्याणकारी मानी जाती है. नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि का खास महत्व होता है. इन दोनों दिन लोग कन्या पूजन भी करते हैं.
नवरात्रि के 8वें दिन की देवी मां महागौरी हैं। मां गौरी का वाहन बैल और उनका शस्त्र त्रिशूल है। परम कृपालु मां महागौरी कठिन तपस्या कर गौरवर्ण को प्राप्त कर भगवती महागौरी के नाम से संपूर्ण विश्व में विख्यात हुईं। भगवती महागौरी की आराधना सभी मनोवांछित कामना को पूर्ण करने वाली और भक्तों को अभय, रूप व सौंदर्य प्रदान करने वाली है अर्थात शरीर में उत्पन्न नाना प्रकार के विष व्याधियों का अंत कर जीवन को सुख-समृद्धि व स्वास्थ्य से परिपूर्ण करती है।
अधिकतर घरों में अष्टमी की पूजा होती है। देव, दानव, राक्षस, गंधर्व, नाग, यक्ष, किन्नर, मनुष्य आदि सभी अष्टमी और नवमी को ही पूजते हैं।
1- ॐ ह्रींग डुंग दुर्गायै नमः ।🙏
2- “ॐ अंग ह्रींग क्लींग🙏 चामुण्डायै विच्चे ।🙏
3- सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके ।🙏
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते🙏
सर्व मंगल मांगल्ए शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्ए त्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते जय माता दी जय माता दी जय माता