*हिमाचल प्रदेश का सुजानपुर निर्वाचन क्षेत्र एक बार फिर चर्चित है* लेखक महिंद्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार*
31अगस्त 2022- (#हिमाचल_प्रदेश_का_सुजानपुर_निर्वाचन_क्षेत्र_एक_और_चर्चा_मे_है) –
हिमाचल प्रदेश का सुजानपुर निर्वाचन क्षेत्र एक बार फिर चर्चित है। 2017 के विधानसभा के चुनाव मे इस चुनाव क्षेत्र के चर्चित होने का कारण सर्वविदित है जब हिमाचल भाजपा के कद्दावर नेता एवं मुख्यमंत्री पद के घोषित उम्मीदवार आदरणीय प्रेम कुमार धूमल इस चुनाव क्षेत्र से अपना चुनाव हार गए थे। यह अप्रत्याशित परिणाम था। अब धूमल जी एक बार पुनः सुजानपुर निर्वाचन क्षेत्र से लड़ कर और जीत हासिल कर पराजय के दाग को धोना चाहते है। मै उनकी भावना का सम्मान करता हूँ। असल मे 1998 के दौर मे मैं भी ऐसी ही भावना और मानसिकता से ग्रस्त था। मैं 1998 के चुनाव मे सोलन निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी था और मुझे गिनती करते हुए गणना की मेज पर बेईमानी से पराजित घोषित कर दिया गया था। मै, मेरे दोस्त और भाजपा के सभी कार्यकर्ता बेईमानी से दी गई इस पराजय का धूमल जी की तर्ज पर बदला लेना चाहते थे। हमने कोर्ट मे चुनाव याचिका दायर की और सुप्रीम कोर्ट तक कानूनी लड़ाई लड़ कर कांग्रेस प्रत्याशी का चुनाव रद्द करवा दिया। हमारे संघर्ष और चुनाव याचिका के फलस्वरूप सन 2000 मे उपचुनाव हुआ। उस समय आदरणीय प्रेम कुमार धूमल प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं भाजपा के सर्वे-सर्वा थे। जो तर्क धूमल जी अपने पक्ष मे भाजपा के नेतृत्व के सामने रख रहे है लगभग वैसे ही तर्क हमने भी तत्कालीन मुख्यमंत्री और भाजपा नेतृत्व के सामने रखे थे। जैसा कि सर्वविदित है हमारे तर्क उस समय अस्वीकार कर दिए गए थे।
मेरे विचार मे यदि भाजपा धूमल जी को सुजानपुर से आगामी चुनाव मे भाजपा का उम्मीदवार बनाती है तो उनकी जीत की निश्चित तौर पर प्रबल संभावनाए हो सकती है। हालांकि भाजपा के दो तय किए गए सिद्धांत उनके टिकट के रास्ते को अवरुद्ध कर सकते है। पहला सिद्धांत है कि 75 वर्ष पार को पार्टी ने टिकट न देने का निर्णय कर रखा है। स्मरण रहे धूमल जी 75 वर्ष की आयु पार कर चुके है। दुसरा सिद्धांत है कि एक परिवार से एक से अधिक लोगों को टिकट न देना। भाजपा बार- बार परिवारवाद को निरुत्साहित करने की अपनी वचन बद्धता को दोहरा चुकी है। सर्वविदित है कि धूमल जी के सपुत्र अनुराग ठाकुर केन्द्रीय सरकार मे मंत्री है। अब देखना बहुत दिलचस्प होगा कि क्या भाजपा नेतृत्व अपने द्वारा तय दो सिद्धांतो मे विशेष छूट देते हुए धूमल जी को सुजानपुर से भाजपा का उम्मीदवार बनाती है या नहीं। हालांकि सोमवार को भाजपा की महिला सांसद धूमल जी के चुनाव प्रचार का शंखनाद कर चुकी है।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।