*प्रियदर्शनी स्कूल पट्टी पालमपुर में मनाया गया Grand parents’ Day*
प्रियदर्शनी स्कूल पट्टी पालमपुर में मनाया गया Grand parents’ Day
Priyadarshini School Patti Palampur पालमपुर में आज दादा-दादी दिवस मनाया गया जिसमें स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के दादा दादी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और जो उत्साह और आत्मीयता इन दादा-दादी में देखी गई वह देखते ही बन रही थी दूसरी ओर पोता पोती भी बहुत खुश थे तथा वह अपने दादा दादी के आगे कार्यक्रम प्रस्तुत कर के खुद को बहुत ही उत्साहित महसूस कर रहे थे.
दादा-दादी भगवान के आशीर्वाद हैं जो अपूरणीय हैं। वे इस भेष में देवदूत हैं जो हमेशा अपने बच्चों और पोते-पोतियों की तलाश में रहते हैं। जैसे-जैसे समय बदल रहा है, लोग अपनी परंपरा से दूर होते जा रहे हैं। इसी तरह लोग दादा-दादी के महत्व को नहीं समझ रहे हैं। हम देखते हैं कि वे उनके साथ कैसा दुर्व्यवहार कर रहे हैं। जबकि कुछ मामलों में ऐसा होता है, ज्यादातर मामलों में लोग अपने दादा-दादी से प्यार करते हैं।
अगर आप किसी वजह से पूछेंगे कि कौन उन्हें सबसे ज्यादा लाड़-प्यार करता है, उनमें से ज्यादातर अपने दादा-दादी को यह कहते हुए जवाब देंगे। इसी तरह, दादा-दादी के लिए, वे अपने पोते-पोतियों से प्यार करते हैं। वे हमें बिना शर्त प्यार करते हैं और हमें अंतहीन रूप से लाड़ प्यार करते हैं। हालाँकि, वे हमारी गलतियों को सुधारते भी हैं और आवश्यकता पड़ने पर हमें डांटते भी हैं। इस प्रकार, हम देखते हैं कि दादा-दादी कैसे महान आशीर्वाद हैं जो हर किसी के लिए पर्याप्त भाग्यशाली नहीं है।
जहां आज के इस भाग दौड़ की दुनिया में तथा साइबर दुनिया की होड़ में हमारे पारिवारिक रिश्ते कमजोर होते जा रहे हैं ।आज एक घर में रहते हुए भी बच्चे अपने माता-पिता से दूर रहते है ।अपने कमरे की चार दिवारी के भीतर ही उनके दुनिया है ।वह केवल खाना खाने या नाश्ता करने ही अपने माता पिता के साथ होते हैं बाकी समय में वह ऑनलाइन रहते हैं, अपने दोस्तों के साथ गप्प शप में या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर। बात यहां तक हो तो कुछ हद तक सही है परंतु कुछ बच्चे अपने कमरों को बंद करके मीडिया पर बहुत ही गलत चीजें देखते हैं बहुत सी गलत चीजें करते हैं और बहुत सी गलत हाथों में पड़ जाते हैं तथा कुछ ऐसे गेम्स के चक्कर में पड़ जाते हैं जिससे उनका भविष्य खराब हो जाता है
जैसे-जैसे समय बदल रहा है, लोग अपनी परंपरा से दूर होते जा रहे हैं। इसी तरह लोग दादा-दादी के महत्व को नहीं समझ रहे हैं। हम देखते हैं कि कुछ बच्चे कैसे उनके साथ कैसा दुर्व्यवहार कर रहे हैं।परन्तु ज्यादातर मामलों में लोग अपने दादा-दादी से प्यार करते हैं।
प्रियदर्शनी स्कूल पट्टी पालमपुर ने एक अच्छी कोशिश की है कि दादा दादी दिवस को धूमधाम से मनाया तथा पारिवारिक रिश्तो को फिर से जीवंत करने की भरपूर कोशिश की ।
आज इस समारोह में बच्चों के दादा-दादी यों को देखकर बहुत खुशी हुई तथा सबसे ज्यादा खुश दादा दादी के पोता पोती थे कि उनके सामने उनके दादा-दादी उनके लिए कुछ कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे हैं ,तथा दादा-दादी इसलिए खुश थे कि उनके पोता पोती कितनी अच्छी तरह से इस स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और संस्कार प्राप्त कर रहे हैं ।
स्कूल के चेयरमैन राकेश गुप्ता ने बताया की लीक से हटकर कुछ करने का मन का मन था इसलिए उन्होंने यह इवेंट करवाया ,और बच्चों को और दादा-दादीयों को तथा उनके माता-पिता को जागरूक करने की कोशिश की। उन्हें आत्मीय रूप से परिवार से जोड़ने की कोशिश की है जिसमें वह कितने सफल हुए हैं यह तो बच्चों के माता-पिता और उनके दादा-दादी ही अच्छी तरह से बता सकते हैं ।
सभी लोगों का यह कहना था कि यह कोशिश लाजवाब थी तथा इमोशनल रूप से परिवार में एक समरसता बैठाना इस कार्यक्रम उद्देश्य था.Rakesh Rockey Chairman