*(#सुन_चंपा_सुन_तारा #कौन_जीता_कौन_हारा)-* लेखक मोहिंदर नाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार*
11 दिसम्बर 2022 – (#सुन_चंपा_सुन_तारा #कौन_जीता_कौन_हारा)-
कांग्रेस को राज मिला है और इसी बीच मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खबर है कि कांग्रेस हाईकमान ने ताज नदौन के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू के सिर बांधने को हरी झंडी दे दी है। खबर यह भी है कि एक या दो विधायकों को बतौर उप-मुख्यामंत्री नामित किया जा सकता है। सुखविंदर सिंह सुक्खू छात्र राजनीति से निकले हुए नेता है। कांग्रेस की छात्र ईकाई एन.एस.यू.आई, यूथ कांग्रेस और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रह चुके है। वह हिमाचल के ऐसे नेता है जिन्हे कांग्रेस के दिग्गज नेता स्वर्गीय वीरभद्र सिंह का विरोधी माना जाता रहा है। मेरे विचार मे कांग्रेस मे रहते हुए वीरभद्र का विरोध करते हुए राजनीति मे जिन्दा रहना बड़ी बात है। वह वीरभद्र सिंह की कभी पंसद नहीं रहे फिर भी हिमाचल कांग्रेस का लम्बे समय तक नेतृत्व करते रहे। मै उनसे व्यक्तिगत तौर पर तो परिचित नहीं हूँ, फिर भी मेरी जानकारी के अनुसार स्वर्गीय वीरभद्र सिंह जी के बाद वह कांग्रेस के मात्र ऐसे नेता है जिनके प्रदेश भर मे व्यक्तिगत समर्थक मौजूद है। वह हिमाचल के हमीरपुर जिला से आते है। राजनैतिक क्षेत्र मे कभी हमीरपुर को भाजपा समर्थक जिला माना जाता था। यहां भाजपा का जनसंघ के समय से प्रभाव है। पहले यह भाजपा के कद्दावर नेता ठाकुर जगदेव चंद का कार्यक्षेत्र था। जगदेव परिवार से उनके अतिरिक्त उनकी पुत्र बधु उर्मिल ठाकुर और सपुत्र नरेंद्र ठाकुर भी विधायक रह चुके है। उसके बाद भाजपा के दुसरे मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल भी हमीरपुर मे स्थापित नेता है। वह सांसद , विरोध पक्ष के नेता और मुख्यमंत्री रहे। अब उनके सपुत्र अनुराग ठाकुर भाजपा केन्द्रीय सरकार मे प्रभावशाली मंत्री है।
हमीरपुर संसदीय सीट पर एक बार को छोड़कर 1989 से भाजपा का कब्जा है। इस बार जिला सोलन के बाद हमीरपुर ही ऐसा जिला है जहां भाजपा कोई भी सीट जीतने मे सफल नहीं हुई है। सोलन जिला जहां पर जय राम सरकार ने 8-9 चेयरमैन बना कर रखे उनके पास सारी सरकारी सुविधाएं थी लेकिन सोलन मे वह भाजपा के लिए राजनीतिक जमीन तैयार नहीं कर सके। हमीरपुर जिले मे धूमल परिवार रहता है। पिता पूर्व मुख्यमंत्री और बेटा केन्द्रीय मंत्री है। इस जिला से एक राज्यसभा के सदस्य भी मनोनीत किए गए है, लेकिन यहां भाजपा का शुन्य रह जाना कई प्रश्न खड़े करता है। कांग्रेस का हमीरपुर मे एक कद्दावर नेता सुखविंदर सिंह सुख्खू ही है। वह विधायक थे और कांग्रेस संगठन के उच्च पदों पर रह चुके है। वर्तमान मे वह कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष भी बनाए गए थे। हमीरपुर जिले के लोग सुक्खू को संभावित मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर देख रहे थे। हमीरपुर के लोगो के मन मे भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार धूमल जी को पिछली बार हरा देने का पश्चाताप भी था, इसलिए इस बार उन्होने अपने जिला के संभावित इस पद के उम्मीदवार को तो जिताकर भेजा ही साथ मे अन्य सीटों से भी भाजपा को हरा कर सुक्खू के हाथ मजबूत करके शिमला भेजा। हमीरपुर मे चुनाव परिणाम के बाद जो समीकरण उभरे है उससे भी सुखविंदर सिंह सुक्खू की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी मजबूत हुई है। मै अपनी बात को एक बार फिर दोहराते हुए यह कहना चाहता हूँ कि यह ताज जो सुक्खू के सिर पर सजा है यह कांटो का ताज है। इस पर विस्तृत चर्चा आगे चल कर करेंगे।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।