Shimla/Solan/Sirmour
*शिमला:ओपीएस की बहाली से कर्मचारियों के परिवार गदगद*
ओपीएस की बहाली से कर्मचारियों के परिवार गदगद
शिमला, 13 जनवरीः
सुखविन्दर सिंह सुक्खू सरकार द्वारा ओपीएस को बहाल करने को स्वीकृति मिलने के बाद कर्मचारियों के परिवार गदगद दिखे।
सभी कर्मचारी परिवारों ने वर्तमान प्रदेश सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है। सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए 8 वर्ष दिशा गौड़ और 9 वर्षीय कुन्दनिका गौड़ ने कहा कि ओपीएस बहाल कर प्रदेश सरकार ने सभी कर्मचारी परिवारों को बहुत बड़ी राहत दी है। उन्होंने कहा कि उनके पापा एनपीएस के अंतर्गत आते थे लेकिन आज वे बहुत खुश है कि सरकार ने ओपीएस दे दी है और आज सारा परिवार लोहड़ी का उत्सव धूमधाम से मना रहा है। दोनों बहनों ने मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घ आयु की कामना की।
वहीं गृहिणी निधि शर्मा ने कहा कि उनके पति सरकारी नौकरी में कार्यरत है और अक्सर परिवार में ओपीएस को लेकर चर्चा होती थी। आज लोहड़ी के दिन वर्तमान सरकार ने ओपीएस का तोहफा देकर सभी कर्मचारी परिवारों को एक बहुत बड़ा उपहार दिया है। उन्हांेने कहा कि इस निर्णय से जहां सरकारी कर्मचारियों का आत्म सम्मान बहाल हुआ है वहीं कर्मचारियों को बुढ़ापे का सहारा भी मिल गया है।
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सुखविन्दर सिंह सुक्खू सरकार द्वारा ओपीएस को बहाल करने को स्वीकृति मिलने के बाद कर्मचारियों के परिवार गदगद दिखे।
सभी कर्मचारी परिवारों ने वर्तमान प्रदेश सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है। सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए 8 वर्ष दिशा गौड़ और 9 वर्षीय कुन्दनिका गौड़ ने कहा कि ओपीएस बहाल कर प्रदेश सरकार ने सभी कर्मचारी परिवारों को बहुत बड़ी राहत दी है। उन्होंने कहा कि उनके पापा एनपीएस के अंतर्गत आते थे लेकिन आज वे बहुत खुश है कि सरकार ने ओपीएस दे दी है और आज सारा परिवार लोहड़ी का उत्सव धूमधाम से मना रहा है। दोनों बहनों ने मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घ आयु की कामना की।
वहीं गृहिणी निधि शर्मा ने कहा कि उनके पति सरकारी नौकरी में कार्यरत है और अक्सर परिवार में ओपीएस को लेकर चर्चा होती थी। आज लोहड़ी के दिन वर्तमान सरकार ने ओपीएस का तोहफा देकर सभी कर्मचारी परिवारों को एक बहुत बड़ा उपहार दिया है। उन्हांेने कहा कि इस निर्णय से जहां सरकारी कर्मचारियों का आत्म सम्मान बहाल हुआ है वहीं कर्मचारियों को बुढ़ापे का सहारा भी मिल गया है।
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