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*बेईमानी_तेरा_ही_आसरा** :-लेखक महेंद्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार*

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*बेईमानी_तेरा_ही_आसरा** :-लेखक महेंद्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार*

19 जनवरी 2023- (#बेईमानी_तेरा_ही_आसरा)–

कुछ लोग बेईमानी के सहारे ही अपनी जिन्दगी की नैया पार लगाना चाहते है। हिमाचल के दो अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों मे एक छात्र और एक छात्रा का जालसाजी से अपने अंको मे हेर- फेर कर दाखिला लेने के मामले पकड़े गए है। फर्जी दस्तावेज से एम.बी.बी.एस की सीट पाने वाला छात्र आई.जी.एम.सी शिमला मे पकड़ा गया था। अब मेडीकल कालेज चंबा मे एक छात्रा द्वारा नीट के परिणाम मे गड़बड़ी कर एम.बी.बी.एस की सीट प्राप्त करने का मामला सामने आया है। दोनो मामलों मे लगभग एक ही तरह से हेराफेरी कर सिस्टम को हाइजैक करने का प्रयास किया गया था। आरोपी छात्रा ने कबूल किया है कि नीट परिणाम मे पी.डी.एफ से छेड़छाड़ कर फर्जी डिग्री तैयार की गई है। बेईमानी का दूसरा बड़ा खेल कर्मचारी चयन आयोग मे खेला गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार परिक्षाओं के पेपर लीक होने और पेपर बेचे जाने की बीस से अधिक शिकायतें प्राप्त हो चुकी है। प्रारम्भिक जांच मे अधिकांश शिकायतें सही पाई जा रही है। फिलहाल दो केस दर्ज हो चुके है और जांच दल के अनुसार कुछ और मामले भी दर्ज हो सकते है। बेईमानी का तीसरा मामला पुलिस भर्ती पेपर लीक से संबंधित तो जगजाहिर है। अब उसकी जांच सीबीआई कर रही है।

बेईमानी के सहारे शिक्षा और नौकरी हासिल करने का आज तक का सबसे बड़ा मामला जिला सोलन मे स्थित मानव भारती निजी विश्वविद्यालय से जुड़ा है। जहां पर अभी तक जांच मे पाया गया है कि विश्वविद्यालय ने लगभग 46000 फर्जी डिग्रियां बेची है और उन फ़र्जी डिग्रियों के आधार पर बहुत लोग नौकरियां भी प्राप्त कर चुके है। हिमाचल मे बेईमानी की और बड़ी मिसाल फर्जी स्कॉलरशिप घोटाला है। न तो इन बेईमानी करने वालो को कानून का डर है और न ही भगवान का डर है। इन सारे बेईमानो से निपटने मे सरकार भी नाकाम है। सरकार कम से कम परीक्षा का ऐसा सिस्टम तो खड़ा कर सकती है जिसमे पेपर लीक न हो। उदाहरण के लिए एक परीक्षा के चार पेपर बनाए जाए और वह चार अलग-अलग लोगो की कस्टडी मे हो और कौन सा पेपर लिया जाएगा वह उसी दिन तय हो और उसके लिए रेंडम सिस्टम अपनाया जा सकता है। इसके लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा सकता है। मेरी समझ मे सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि आज हर कोई अपने लिए बेईमानी करने की छूट चाहता है और दूसरो से ईमानदारी की अपेक्षा रखता है। हमको पहले स्वयं ईमानदार होना होगा। तभी दूसरों से ईमानदारी की अपेक्षा रख सकते है।

#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।

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