*नये_स्वास्थ्य_मंत्री_के_लिए_चुनौतीपूर्ण_कार्य_है_नकली_और_घटिया_दवाईयों_की_रोकथाम**लेखक MN sofat*
20 जनवरी 2023- (#नये_स्वास्थ्य_मंत्री_के_लिए_चुनौतीपूर्ण_कार्य_है_नकली_और_घटिया_दवाईयों_की_रोकथाम)-
जिला सोलन को तीसरी बार स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी मिली है। जिला सोलन देश मे सबसे अधिक दवाई निर्माण के उद्योग के लिए जाना जाता है। नई सरकार के गठन के समय एक चर्चा यह थी कि हेल्थ विभाग लेना अधिकांश मंत्रियों की प्राथमिकता थी। जिस कारण से मंत्री इस विभाग को हथियाना चाहते थे, उस कारण की चर्चा यहां करना उचित नहीं है। खैर यह विभाग मुख्यमंत्री जी ने ईमानदार छवि के विधानसभा सोलन के विधायक कर्नल धनीराम शांडिल को सौंपा है। हालांकि पिछले एक दशक मे हिमाचल मे स्वास्थय सेवाओं का बहुत विस्तार हुआ है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग चर्चा मे हमेशा अपने अस्वस्थ, भ्रष्टाचार और आपदा मे अवसर जैसे कारणों से चर्चा मे रहा है। इस विभाग के कई निर्देशक और ड्रग नियंत्रक या निरीक्षक जेल की हवा खा चुके है। नये स्वास्थ्य मंत्री की जहां विभाग के खस्ताहाल को सुधारने की जिम्मेदारी होगी वंही सबसे बड़ी चुनौती होगी नकली और घटिया दवाईयों के निर्माण की रोकथाम। अभी पिछले दो माह मे दो नकली दवाई निर्माण के मामले मीडिया की सुर्खियां बटोर चुके है। दवाईयों के सैंपल फेल होने के समाचार आना तो आम बात है। पिछले कल फिर 27 सैंपल फेल होने और 20 फार्मा उद्योगों को ड्रग विभाग ने नोटिस जारी किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन के पिछले नौ माह के आंकड़ों मे यह खुलासा हुआ है कि आधा दर्जन उद्योग के बार बार सैंपल फेल हुए है। उदाहरण के तौर पर दैनिक हिन्दी की खबर के अनुसार कालाअम्ब की निक्सी लेबोरेटरीज के सबसे अधिक 18 सैंपल फेल हुए है और इनमे 14 केवल दिसंबर मे ही फेल हुए है। मेरी समझ मे ऐसे उद्योगों के लाइसेंस रद्द कर दिए जाने चाहिए, लेकिन मीडियां रिपोर्ट के अनुसार कुछ समय के निलंबन के बाद फिर से निर्माण कार्य शुरू हो जाता है। अब ईमानदार छवि के नए मंत्री जी को यह सबित करना है कि वह सुधार लाने की राजनैतिक इच्छा शक्ति रखते है। हालांकि मै इस चर्चा की पुष्टी नहीं कर सकता कि ड्रग नियंत्रण विभाग मे दागी छवि के अफसरों का बोल-बाला है, लेकिन जबरदस्त चर्चा है और इस चर्चा मे कितनी सच्चाई है उसका मंत्री जी अपने स्तर पर पता लगा सकते है और उचित कार्रवाई कर सकते है। जानकारों का कहना है कि हिमाचल मे फार्मास्यूटिकल्स इंडस्ट्रीज का जितना विस्तार हुआ है उसके अनुपात मे विभाग का विस्तार नहीं हुआ है। इस ओर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। आदर सहित मंत्री जी से निवेदन है कि एक्शन मंत्री की छवि के साथ आगे बढ़े।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।