*इं. विपिन कुमार नाग बने संपदा अधिकारी, नई जिम्मेदारी संभाली*


इं. विपिन कुमार नाग बने संपदा अधिकारी, नई जिम्मेदारी संभाली
सीएसके हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर में लिया कार्यभार

पालमपुर, 1 अगस्त 2025 –
इं. विपिन कुमार नाग ने चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय (CSKHPKV), पालमपुर में संपदा अधिकारी के रूप में पदभार संभाल लिया है। वे एक मेहनती, ईमानदार और तकनीकी रूप से दक्ष अधिकारी माने जाते हैं, जिनका अब तक का सेवाकाल सराहनीय और प्रेरणादायक रहा है।
एक लम्बा, कर्मठ और सशक्त सेवाकाल
इं. नाग ने विश्वविद्यालय में अपने करियर की शुरुआत कनिष्ठ अभियंता (सिविल) के रूप में की थी। उन्होंने अनेक भवनों, प्रयोगशालाओं, छात्रावासों और आवासीय परिसरों के निर्माण और मरम्मत कार्यों को जिम्मेदारी से पूरा किया।
उनकी मेहनत और तकनीकी समझ के चलते वे आगे चलकर सहायक अभियंता और फिर कार्यकारी अभियंता बने। वे निर्माण कार्यों में गुणवत्ता, समयबद्धता और बजट संतुलन के लिए जाने जाते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने करीब दो वर्षों तक हिमाचल प्रदेश जल शक्ति विभाग के धर्मशाला स्थित सर्कल कार्यालय में कार्य किया, जहाँ वे डिज़ाइन सेल में कार्यरत रहे। इस दौरान उन्होंने जल आपूर्ति और सिंचाई परियोजनाओं के तकनीकी डिज़ाइन और मूल्यांकन में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
व्यक्तिगत गुण और पहचान
इं. विपिन नाग को उनके सहयोगी एक सीधे, स्पष्ट और अनुशासित व्यक्ति के रूप में जानते हैं। वे न केवल अपने कार्यों के प्रति सजग रहते हैं, बल्कि हमेशा विश्वविद्यालय के हित की बात करते हैं।
उनकी कार्यशैली में कर्तव्यनिष्ठा, पारदर्शिता और तकनीकी मजबूती की साफ झलक मिलती है। वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भी प्रेरित करते हैं और टीम भावना के साथ कार्य करना पसंद करते हैं।
विश्वविद्यालय को है पूर्ण विश्वास
अब जब उन्होंने संपदा अधिकारी के रूप में नई जिम्मेदारी संभाली है, तो विश्वविद्यालय को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं। यह विश्वास है कि वे इस पद पर रहते हुए विश्वविद्यालय की संपत्तियों की देखरेख, रखरखाव और निर्माण कार्यों को और अधिक संगठित, पारदर्शी और कुशल तरीके से आगे बढ़ाएंगे।
उनकी दीर्घ सेवा, तकनीकी समझ और संस्थान के प्रति निष्ठा को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि विपिन कुमार नाग अब एक कर्मठ कर्मचारी से एक सच्चे अधिकारी के रूप में बदल चुके हैं — जो हर फैसले में सिर्फ और सिर्फ संस्थान का हित देखता है।