पाठकों के लेख एवं विचार

*साइबर_सुरक्षा यानि फोन बैंकिंग आदि से हो रही ठगी से सुरक्षा*

 

#साइबर_सुरक्षा यानि फोन बैंकिंग आदि से हो रही ठगी से सुरक्षा को लेकर आज प्रतिष्ठित दिव्य हिमाचल में छपा मेरा लेख ।

* हमेशा अवांछित कॉलर्स/ईमेल्स/एसएमएस को संदेह की दृष्टि से देखें/देखें। छदम सरकारी संगठनों मतलब सरकारी जैसे दिखने वाले , खुद को अधिकारी दर्शाने वाले , बैंकों आदि से आने वाले फ़िशिंग संदेशों/ईमेल में लिंक पर क्लिक न करें। वे आपके डिवाइस पर मैलवेयर/स्पाइवेयर इंस्टॉल करते हैं।

* वेब सर्च में दिखने वाले फर्जी कस्टमर केयर नंबर से सावधान रहें।

* सभी ऑनलाइन खातों के लिए दो-कारक प्रमाणीकरण (पासवर्ड + ओटीपी) का उपयोग करें।

* Google पर उपलब्ध हर चीज पर भरोसा नहीं किया जा सकता है, इसलिए विभिन्न सेवाओं और वस्तुओं के उपभोक्ताओं की ओर से सत्यापित करने के लिए थोड़े प्रयास की आवश्यकता है।

* Google खोज एक सुरक्षित खोज नहीं है क्योंकि ये केवल खोज परिणाम हैं और कोई भी उपलब्ध संपर्क नंबर मान्य या विश्वसनीय संपर्क नंबर होना आवश्यक नहीं है।

* हमेशा सुरक्षित या विश्वसनीय या ज्ञात भुगतान ऐप्स, जैसे कि GooglePay, PhonePe, PayPal, PayTM आदि के लिए जाएं ।

* ओटीपी/यूपीआई पिन/डेबिट या क्रेडिट कार्ड पिन/सीवीवी फोन पर या फोन कॉल पर किसी अजनबी से साझा किसी भी सुरत में कभी नहीं किया जाना चाहिए।

* किसी एक अकेले व्यक्ति के यूपीआई के क्यूआर कोड को स्कैन नहीं किया जान चाहिए है।

* उपभोक्ताओं को अपनी दैनिक निकासी/लेन-देन की सीमा को सीमित करना चाहिए। विदेश में नहीं होने पर अंतरराष्ट्रीय लेनदेन बंद कर दिया जाना चाहिए।

* केवाईसी आदि संदेशों, फोन कॉलों पर विचार भी नहीं किया जाना चाहिए ।

* भारतीय रिजर्व बैंक या कोई अन्य बैंक या बीमा कंपनी या वित्तीय संस्थान आपको किसी भी योजना या खाता स्थिति से संबंधित फोन पर कॉल नहीं करेगा।

* यदि उपभोक्ता द्वारा संदिग्ध गतिविधि देखी जाती है, तो फोन तुरंत बंद कर दें।

* फोन नंबर कभी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर न डालें।

* साइबर कैफे, पुस्तकालयों और रेलवे स्टेशन, मॉल आदि के सार्वजनिक इंटरनेट का उपयोग नहीं किया जाता है। यहां तक ​​कि दूसरों का चार्जर भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

* मोबाइल फोन किसी अनजान व्यक्ति को नहीं देना है, यह निजी और संवेदनशील किस्म की संपत्ति है।

* धोखाधड़ी होने पर हमेशा 20 मिनट के भीतर हेल्पलाइन नंबर 1930 #साइबर #हेल्प_लाइन पर कॉल करें और साइबर अपराधों/साइबर धोखाधड़ी की सूचना देने के लिए नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in/ का उपयोग करना चाहिए ।

* मैं फिर सबसे आग्रह कर रहा हूँ कि अगर भूलवश ,अनजाने में , धोखे से या गलती से आपका पैसा अनधिकृत तरीके से कहीं ओर डेबिट हो जाता है, तो हेल्पलाइन 1930 (भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र) से तुरंत संपर्क करें। पिछले 21 महीनों में हेल्पलाइन नंबर 1930 पर असम राज्य में 10,000 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें लगभग 1141 करोड़ के वाले लेनदेन प्रभावित हुए थे। लगभग 2,800 मामलों में, आम लोगों से उनके पैसे ठगे गए थे। असम के पुलिस महानिदेशक जी.पी. सिंह के मुताबिक 1930 में फोन करने से वहां 117.1 करोड़ के धन को पुलिस फ्रीज करने में सक्षम हुई है जिससे आम जन साधारण का बचाव हो पाया। इस लिए 1930 नम्बर जरूर याद रखें ।

#हेमांशु_मिश्रा

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