*कुलपति डा.डी.के. वत्स का आह्वान: दायरे से बाहर सोचे युवा कृषि विश्वविद्यालय में मनाया अभियंता (इंजीनियर ) दिवस*
कुलपति डा.डी.के. वत्स का आह्वान: दायरे से बाहर सोचे युवा
कृषि विश्वविद्यालय में मनाया अभियंता (इंजीनियर ) दिवस
पालमपुर, 15 सितंबर। चैधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में शुक्रवार को अभियंता (इंजीनियर्स) दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। मुख्य अतिथि कुलपति डा. डी.के.वत्स ने दिग्गजों के समृद्ध योगदान को याद करते हुए कहा कि इंजीनियर सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती पर यह दिन मनाया जाता है। उन्होंने इंजीनियरों से देश के महान इंजीनियर की दूरदर्शिता और गुणों को आत्मसात करने को कहा। उन्होंने कहा कि सर विश्वेश्वरैया को बांधों के निर्माण, सिंचाई प्रणाली विकसित करने, बाढ़ सुरक्षा प्रणाली, कृषि विश्वविद्यालय, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, आयरन एंड स्टील वर्क्स, सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज आदि की स्थापना के लिए जाना जाता है और उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
उन्होंने छात्रों से लीक से हटकर सोचने और आधुनिक खेती के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्वायत्त ट्रैक्टर जैसी नई तकनीकों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि इंजीनियर कई समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। उन्होंने आपदा प्रबंधन, गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे और पहाड़ों में सड़कों आदि जैसे मुद्दों पर चर्चा की। कृषि के महत्व पर चर्चा की.
उन्होंने हिमाचल प्रदेश के इंजीनियरों की सराहना की जिन्होंने सभी गांवों को विद्युतीकृत करने जैसे उल्लेखनीय इंजीनियरिंग चमत्कार किए हैं। उन्होंने दुनिया के सबसे ऊंचे गांव कोमिक में भी विद्युतीकरण किया, दुनिया में सबसे ऊंचाई पर बिजली घर रोंग टोंग और पहला भूमिगत बिजली घर भाभा स्थापित किया। डॉ. डी.के.वत्स ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मार्च 2026 तक पहला हरित ऊर्जा राज्य बनाने में इंजीनियर प्रमुख भूमिका निभाएंगे।
समारोह में कृषि अभियंता विभाग और संपदा संगठन के इंजीनियरों ने भाग लिया। संपदा अधिकारी इंजीनियर विजय प्रेमी ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
इंजीनियर बी.एस.जस्सल, संजय सूद, अरुण व्यास, आदित्य अवस्थी, रितु राज मेहता, आशीष धीमान, सुशांत भारद्वाज, डा. राकेश गुप्ता, इंजीनियर अंकित, डा. आराधना और डा. कनिका और बी.टेक फूड टेक्नोलॉजी के विद्यार्थी इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद रहे।