*Editorial: महेंद्रनाथ सोफत:- एन_आई_टी_हमीरपुर_से_नशे_को_लेकर_जो_समाचार_आ_रहे_है_वह_अति_गंभीर_और_चिंताजनक
02 नवम्बर 2023- (#एन_आई_टी_हमीरपुर_से_नशे_को_लेकर_जो_समाचार_आ_रहे_है_वह_अति_गंभीर_और_चिंताजनक)–
एन.आई. टी हमीरपुर इन्जीनियरिंग शिक्षा का एक प्रतिष्ठित संस्थान है। इस संस्थान ने समाज और देश को वर्ल्ड क्लास इन्जीनियर उपलब्ध कराए है, लेकिन पिछले कुछ दिनो से एन.आई. टी गलत कारणों से मीडिया की सुर्ख़ियों मे है। वह चिटे और चरस का केंद्र बन कर उभरा है। वहां से पहली दुखद खबर नशे (चिट्टे) की ओवरडोज के कारण एम टैक के छात्र सुज़ल की मौत की आई, फिर दो छात्राओ के नशे मे धुत होने की खबर अख़बारों मे छपी। फिर एन.आई.टी के प्रशिक्षु समेत दो युवकों को 18.79 ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया गया है। अब एन.आई.टी मे चिट्टा पहुंचाने वाले सप्लायर को भी पकड़ लिया गया है। स्मरण रहे अणुकलां के रवि नाम के इस सप्लायर के खिलाफ एन.डी.पी.एस के तहत 7 मुकद्दमे दर्ज है। कुल मिला कर यदि इन समाचारों का अवलोकन करें तो निष्कर्ष निकलता है कि एन.आई. टी नशे के अड्डे मे परिवर्तित हो चुका है। अब पुलिस और प्रशासन नशे के खिलाफ सक्रिय हो कार्यवाई करता नजर आ रहा है। दुखद बात है कि प्रशासन को सक्रिय करने लिए एम टैक के छात्र सुज़ल की मौत कारण बनी है। यदि एन.आई.टी को अन्य शिक्षा संस्थानों का दर्पण मान लिया जाए तो सभी संस्थानों की शक्ल सामने आ जाएगी।
मेरे विचार मे पंजाब की तर्ज पर हिमाचल नशे का कारोबार करने वालो के निशाने पर है। गंभीर बात यह है इस कारोबार मे कुछ महिलाओं के शामिल होने के भी समाचार आ रहे है। हालांकि महिलाओं ने हमेशा नशे के खिलाफ आवाज उठाई है और शराबबंदी के लिए आन्दोलन तक किए है, लेकिन अब पैसे की चमक ने उन्हे भी अंधा कर दिया है और बाढ़ ही खेत को खाने लगी है। मेरी समझ मे चिट्टे (नशे) से निपटना सिर्फ पुलिस या प्रशासन के बस की बात नहीं है, इसके लिए समाज को आगे आना होगा। इसके लिए पुलिस के साथ सोशल पुलिसिंग भी जरूरी है। बच्चा अपना हो या किसी और का उसे अपना समझ उस पर नजर रखनी होगी। आपके समझाने से बच्चा नहीं समझता तो पुलिस को सूचित करना होगा। यदि एन.आई.टी जैसा प्रतिष्ठित संस्थान नशे का केंद्र बन गया तो अन्य शिक्षा संस्थानो का तो भगवान ही मालिक है। इससे पहले दुसरा कोई सुज़ल ओवर डोज से मौत को गले लगाए सरकार और समाज को नशे के खिलाफ युद्ध की शुरूआत करनी होगी।
#आज_इतना_ही।