*पालमपुर में पीडब्ल्यूडी की लापरवाही, पूर्व विधायक प्रवीण कुमार ने जताई नाराजगी*


*पालमपुर में पीडब्ल्यूडी की लापरवाही, पूर्व विधायक प्रवीण कुमार ने जताई नाराजगी*

पालमपुर, हिमाचल प्रदेश – पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीण कुमार ने पीडब्ल्यूडी द्वारा चौपाटी के पास पुलिया के निर्माण में दो महीने से कोई प्रगति न होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को जनता की सुविधा का ख्याल नहीं है और न ही उन्हें शासन का कोई डर है।
पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीण कुमार ने पीडब्ल्यूडी द्वारा चौपाटी के पास पुलिया के निर्माण में दो महीने से कोई प्रगति न होने पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को जनता की सुविधा का ख्याल नहीं है और न ही उन्हें शासन का कोई डर है। यह पुलिया विधायक के घर से केवल 200 मीटर की दूरी पर है, लेकिन पीडब्ल्यूडी वालों को विधायक या लोगों की सुविधा का कोई ख्याल नहीं है ¹।
विधायक ने यह भी कहा कि अगर पीडब्ल्यूडी के पास कोई तकनीकी समस्या या धन की कमी थी, तो उन्होंने पुलिया क्यों खोदी? इस पुलिया के निर्माण में देरी से यहां पर एक्सीडेंट होने का खतरा बना रहता है। विधायक ने पालमपुर में निकम्मेपन का राज बताया, जहां न तो सरकार कोई कार्य कर रही है और न ही अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों का पालन कर रहे हैं।
विधायक प्रवीण कुमार ने पीडब्ल्यूडी से मांग की है कि वे इस पुलिया के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करें।
विधायक ने यह भी कहा कि फायर ब्रिगेड से लेकर न्यूगल कैफे चौक तक सड़क के दोनों और पानी की लीकेज बनी रहती है तथा पीडब्ल्यूडी ने सड़क के दोनों साइड के बरम को भगवान के हवाले कर दिया है। वहां पर बरम पर झाड़ियां उग गई है। सुबह सैर करने वालों को और गाड़ी में पास देने वाले लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व विधायक ने कहा कि इस क्षेत्र में दोनों साइड के बरम को ठीक किया जाए उन्हें पक्का किया जाए ताकि लोग वहां पर आराम से घूम सके। यहां पर बरम पर झाड़ियां होने के कारण के बुजुर्गों के एक्सीडेंट हो चुके हैं और मरने से बचे हैं। उन्होंने इस बात पर हैरानी जुदाई की यह सब लापरवाहियां पीडब्ल्यूडी के उच्च अधिकारियों SE व विधायक के घर आंगन व उनके नाक तले इतनी बड़ी लापरवाहियां हो रही है जो ये दर्शाती है कि शासन या प्रशासन को जन समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है।
आंतरिक सूत्रों के अनुसार हालांकिpwd रेस्ट हाउस में बरसात में डंगा गिरा था उसका काम इन्होंने वॉर फूटिंग पर शुरू कर दिया और वह डंगा लगभग पूरा होने को आ गया है जबकि वहां पर ना तो ट्रैफिक है और ना ही किसी तरह से लोगों को परेशानी होती है केवल वीआईपी लोग रेस्ट हाउस जाते हैं। ना वहां पर किसी की जान माल का खतरा था इससे तीन-चार गुना ज्यादा काम था शायद विभाग को जहां से फायदा दिखता है वहीं पर कार्य करते हैं। लोगों का कहना है कि इतनी तत्परता वहां पर भी दिखती जहां पर लोगों की जान को खतरा और एक्सीडेंट होने की संभावना तो कितना अच्छा होता।