*”शख्सियत:“ bollywood gem of persons ‘जगदीश राज खुराना’*
TRICITY TIMES SPECIAL
आज की शख्सियत

संकलन एवं लेखन : नवल किशोर शर्मा tct
“जगदीश राज खुराना”
हर अदाकार की ज़िंदगी का फ़लसफ़ा होता है, किरदार को ख़ुद में और ख़ुद को किरदार में ऐसे शामिल कर लेना कि फिर जहाँ भी, उसकी बात हो, किरदार का ख़याल पहले आए और उसके नाम की याद बाद में।
फ़िल्मों में ऐसे बहुत से अदाकार हुए हैं, जिनके निभाए गए किरदारों की उम्र, उनकी ख़ुद की ज़िंदगी से लंबी रही है। सिने कलाकार और खलनायक अमरीश पुरी को आज भी कई लोग ज़ालिम ठाकुर के रूप में याद करते हैं और केश्टो मुखर्जी का नाम आते ही एक पियक्कड़ क़िस्म के इंसान का ख़याल आ जाता है। लेकिन कुछ अदाकार अपने किसी ख़ास किरदार के लिए नहीं बल्कि एक ख़ास रंग रूप में ऐसे दर्शकों के ज़ेहन में चस्पा हो जाते हैं कि उन्हें बार बार वैसे ही देखने की आदत सी हो जाती है। जगदीश राज खुराना एक ऐसे ही अदाकार रहे हैं।
इनका जन्म 4 मार्च 1928 में पंजाब में हुआ और अब वो हिस्सा बंटवारे के बाद पाकिस्तान में पड़ता है। बचपन से ही इनका मन खेलकूद में ख़ूब लगता था।
1956 में आई फ़िल्म CID जिसको राज खोसला बना रहे थे और इसके निर्माता विख्यात सिनेमा हस्ती स्वर्गीय गुरूदत्त साहब थे। फ़िल्म में एक ऐसे अदाकार की ज़रूरत थी, तो मज़बूत सा हो और इत्तेफ़ाक़ से जगदीश राज खुराना को ये रोल मिला और इन्होंने पहली फिल्म में ही अपना कमाल दिखा दिया !
1960 के दशक में भी इन्होंने, “काला बाज़ार” और “हम दोनों” जैसी फ़िल्मों में काम किया और छोटे रोल निभाते हुए इनका फ़िल्मी सफ़र अच्छा चल
रहा था।
“1970 में आई, “जॉनी मेरा नाम” में इन्होंने पुलिस इंस्पेक्टर का किरदार निभाया और इसके बाद ये इतनी बार पुलिस ऑफिसर बने कि इनका नाम सर्वाधिक पुलिस का रोल करने वाले कलाकार के रूप में “गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड” में ही दर्ज़ हो गया जो आज तक यथावत है ।
इन्होंने 144 बार पुलिस की वर्दी फ़िल्मों में पहनी, जो कि एक विश्व रिकॉर्ड है। इनके अदायगी की एक ख़ास बात थी कि ये कभी भी जल्दी में या आश्चर्यचकित दिखाई नहीं दिए ना ही जीवन में और ना ही स्क्रीन पर।”
इनको बहुत सारे डायरेक्टरों ने जब सलाह दी तो इन्होंने अपने लिए खुद के नाप की पुलिस की वर्दी पक्के तौर पर ही सिल्वा ली!
इनका संवाद भी बड़ा सरल और बहुत कम भंगिमाओं वाला होता था। इन्होंने ,”दीवार”, “मजदूर”, “ईमान धरम”, “बेशरम”, “राम तेरी गंगा मैली” समेत 250 से ज़्यादा फ़िल्मों में काम किया। प्रसिद्ध अभिनेत्री, अनीता राज, इनकी बेटी हैं और उन्होंने भी हिन्दी फ़िल्मों में काफी अच्छा काम किया है।
इनकी पोती मालविका राज भी, “कभी ख़ुशी कभी ग़म” में करीना कपूर के बचपन का रोल करती नज़र आई थीं।
2013 में जगदीश राज इस दुनिया से चल बसे लेकिन उनकी पुलिस इंस्पेक्टर के लिबास में एक तस्वीर जो हमारे ज़ेहन में बैठी हुई है वो कभी नहीं मिटेगी…
आज का ट्राई सिटी टाइम्स का लेख इन्हीं के जन्मदिन पर इनको समर्पित है !