पाठकों के लेख एवं विचार
*पाठकों के लेख :एक सुंदर रचना: by:- Sanjiv Gandhi IPS*


*पाठकों के लेख :एक सुंदर रचना: by:- Sanjiv Gandhi IPS*
कुछ तो है,
जिसका अस्तित्व
तब भी था
जब न थे सूर्य और चंद्र
तिमिर घोर
न थे रश्मि के पुंज
और विलुप्तप्राय थी
ध्वन्यात्मक संचार वाणी
फिर भी
अनन्त की परत मे छुपाकर रखे थे
किसने
समस्त प्राणी ।
सृजन से भी पहले
जब न थे
नभ, जल और वायुमंडल
समय की रेखाचित्र
का न हुआ था उदगम
तब भी अनन्त मे
जिसका रहस्य
जिज्ञासाओं के भंवर मे
उलझकर
पता न कर सके समस्त
ज्ञान-विज्ञान
कैसे हुआ त्राण
कैसे सृजित हुआ प्राण
किसने नष्ट किया जड़त्व
है सब उसका प्रभुत्व
जिसका है
प्रकाशमय तत्व
वह है
आदिम,महाबली
योगी महादेव
शिव शिव। ।।।

लेखक:-Sanjeev Gandhi IPS