*पाठकों के लेख: एच_पी_पी_ई_आर_सी_द्वारा_निजी_मेडिकल_कॉलेज_पर_45_लाख_का_जुर्माना :लेखक महेंद्र नाथ सोफतबपूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार*

11 जून 2022–(#एच_पी_पी_ई_आर_सी_द्वारा_निजी_मेडिकल_कॉलेज_पर_45_लाख_का_जुर्माना)-

प्राइवेट एजूकेशन संस्थान रेगुलेटरी कमीशन ने सोलन जिला के कुम्हारहटी के निकट मेडिकल कॉलेज को छात्रो से अधिक फीस वसूल करने के कारण 45 लाख रुपए जुर्माना लगाया है। अग्रेंजी दैनिक मे छपी रिपोर्ट के अनुसार 2013-14 से लेकर 2020- 21 के बीच 1200 छात्रों से लगभग 103.97 करोड़ रूपए अधिक वसूल किए गए है। कमीशन ने यह पैसे छात्रों को वापस लौटाने के आदेश दिए है और साथ ही जुर्माना भी लगाया है। दो छात्राओं ने शिकायत की थी कि हमसे 4.5 वर्ष के स्थान पर 5 वर्ष की फीस वसूल की गई है। अभी यूक्रेन- रूस युद्ध के समय एक बात सामने आई कि भारत के हजारों छात्र मेडिकल की शिक्षा लेने के यूक्रेन या अन्य देशों का रुख करते है क्योंकि भारत मे मेडिकल की पढ़ाई अत्याधिक महंगी है।
कमीशन ने छात्राओं की शिकायत को सही पाते हुए यह कार्यवाई की है। कमीशन ने कहा है कि जो रिकार्ड शिकायतकर्ता ने कमीशन के सामने प्रस्तुत किया है उससे साबित होता है कि शिकायतकर्ता से 15.01 लाख रुपए अधिक वसूल किए गए है। अखबार की रिपोर्ट मे यह भी बताया गया है कि कमीशन के सदस्य श्री शशी कांत शर्मा ने व्यक्तिगत कारण बताते हुए आदेश पर हस्ताक्षर करने से इन्कार कर दिया है। हालांकि अखबार ने उनके व्यक्तिगत कारण का खुलासा नहीं किया है लेकिन सरकार को उनके हस्ताक्षर करने से इंकार का संज्ञान अवश्य लेना चाहिए। इस बात की जांच होनी चाहिए कि क्या उनके इन्कार करने का कारण न्यायोचित है या किसी दबाव के चलते उन्होने आदेश पर हस्ताक्षर नहीं किए है। खैर यह आदेश कमीशन के चेयरमैन सेवानिवृत्त मेजर जनरल अतुल कौशिक द्वारा पारित किए गए है। यह निर्णय अन्य छात्रों को भी अधिक वसूली या अन्य अन्याय के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए प्रेरित करेगा। कमीशन के चेयरमैन इस निर्णय के लिए साधुवाद के पात्र है।

#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।