सुन_चंपा_सुन_तारा_कौन_जीता_कौन_हारा

24 नवम्बर 2024–(#सुन_चंपा_सुन_तारा_कौन_जीता_कौन_हारा)–


महाराष्ट्र और झारखंड परिणामो ने एक बार फिर ओपिनियन पोल, एक्जिट पोल सर्वे, अखबारों की अटकलबाजियां और विश्लेषको के विश्लेषण फेल कर दिए है। स्मरण रहे अधिकांश एक्जिट पोल सर्वे मे कांटे की टक्कर के साथ महाराष्ट्र और झारखंड मे भाजपा नेतृत्व मे एन.डी.ए की सरकार बनने की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन महाराष्ट्र मे भाजपा गठबंधन को एक तरफा जनादेश दे कर एक बार फिर सत्ता भाजपा नीत गठबंधन को सौंप दी है। झारखंड मे हेमंत सोरेन ने भी बड़ी जीत हासिल की है। मेरे ब्लॉग लिखने तक महाराष्ट्र मे 236 सीटो मे भाजपा नीत गठबंधन की बढ़त थी और कांग्रेस नीत गठबंधन 48 सीटो पर सिमट रही थी। झारखंड मे ठीक इसके विपरीत हेमंत सोरेन का जादू चला और झारखंड मुक्ति मोर्चा के गठबंधन ने 56 सीटो पर बढ़त बना ली थी और भाजपा गठबंधन 24 सीटो पर सिमट कर रह गया है।
इसी प्रकार उत्तरप्रदेश के 9 उपचुनावो मे से 7 जीत कर भाजपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी खोई हुई जमीन हासिल कर ली है। झारखंड की राजनिति के विषय मे जानकारियों का मेरे पास अभाव है, लेकिन महाराष्ट्र के चुनाव अभियान के दिनो मै मुम्बई मे था और उन दिनो जो मैने देखा और सुना था उसको मैने अपने पाठको के साथ सांझा भी किया था। मैने वहां रहते हुए महसूस किया कि प्रदेश सरकार और भाजपा पूरे दम-खम के साथ चुनाव लड़ रही है। जमीन पर लाडली बहिना योजना का जबरदस्त प्रभाव था और एक सोची- समझी योजना के चलते पांच माह के पैसे 1500 प्रति महीने अनुसार महिलाओ के खाते मे स्थानांतरण कर दिए गए थे। मेरे आंकलन के अनुसार यह योजना महाराष्ट्रा चुनाव मे गेम चेंजर साबित हुई है।
इसके अतिरिक्त योगी आदित्यनाथ के नारे “बंटेगे तो कटेंगे ” और मोदी के इस नारे ‘ #एक_है_तो_सेफ_है’ ने भी काम किया और राष्ट्रवादी ताकतो को एकजुट करने मे मदद की। खैर हरियाणा के बाद महाराष्ट्र की जीत ने लोकसभा चुनाव मे भाजपा को रही कमी को पूरा कर दिया है। राजनैतिक विश्लेषक इन दोनो राज्यो के चुनाव परिणामो के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहयोग को भी श्रेय दे रहे है। उधर कांग्रेस से एक बड़ी चूक यह हुई कि उसने योगी और मोदी के नारो का जबाव जातीय जनगणना से देना चाहा। काबिलेगौर है कि योगी और मोदी के नारे एकता का आह्वान करते है और जातीय जनगणना आपस मे बांटने का सन्देश देती है। मेरी समझ मे हरियाणा और महाराष्ट्र के मतदाताओ ने एकता को अधिमान दिया और बांटने वाली ताकतो को पराजित कर दिया।
#आज_इतना_ही।