हमीरपुर की अवैध फैक्ट्री में मिक्सिंग ठीक नहीं होने से जहर बन गई शराब।
Ajay bhatti

हमीरपुर की अवैध फैक्ट्री में मिक्सिंग ठीक नहीं होने से जहर बन गई शराब।
हमीरपुर की अवैध फैक्ट्री के प्लांट में मिक्सिंग सही ढंग से न होने के कारण शराब जहर बन गई। इससे सात लोगों की मौत हो गई। पकड़े गए आरोपियों में कांगड़ा के पंचरुखी के गौरव मिन्हास और प्रवीण ठाकुर मिलावटी शराब के कारोबार को मुख्य सरगना कहा जा रहा है।
शराब के लिए पानी, बोतल हमीरपुर और खाली पेटी परवाणू से आती थी। जम्मू के एके त्रिपाठी के पास शराब बनाने का फार्मूला था। चंडीगढ़ से स्टीकर आते थे, ढक्कन परवाणू से आते थे। अंबाला और दिल्ली से स्प्रिट ड्रमों में आता था। डीआईजी मंडी मधुसूदन शर्मा ने बताया कि 20 जनवरी को चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को सुराग मिलते गए और दायरा बढ़ाते हुए जांच तेज की। अब यह मामला अंतरजिला नहीं, बल्कि अंतरराज्यीय है। चल-अचल संपत्ति की जांच के लिए ईडी को भी कहा जाएगा। बता दें कि पुलिस ने अब तक हमीरपुर से 6000 बोतल बरामद की हैं। गौरव मिन्हास के घर से 25 लाख रुपये बरामद किए गए हैं। वीआरवी के स्टीकर भी बरामद हुए हैं। शराब की सप्लाई ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी में हुई है। मंडी वाला लॉट जहरीला पाया गया है। उधर, पुलिस को नालागढ़ की फैक्टरी से बड़ी मात्रा में शराब और कच्चा माल बरामद हुआ है।