प्रधानमंत्री-टीबी मुक्त भारत अभियान’ केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की नवीनतम पहल है और इसे एक सप्ताह पहले शुरू किया गया था। यह अभियान दाता (नि-क्षय मित्र) को टीबी रोगियों को सहयोग देने या देखभाल में मदद को लेकर प्रोत्साहित करता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री-टीबी मुक्त भारत अभियान’ के तहत देश भर में टीबी के नौ लाख से अधिक मरीजों ने सामुदायिक सहयोग पाने को लेकर अपनी सहमति दी है।समुदाय का सहयोग के लिए सहमत होने वाले कुल 9,42,321 मरीजों में से अधिकतम 2,05,340 मरीज उत्तर प्रदेश से हैं। इसके बाद महाराष्ट्र से 1,07,171 और मध्य प्रदेश से 91,024 मरीज हैं। लक्षद्वीप में ऐसे सबसे कम नौ मरीज हैं। तमिलनाडु में 1,680 मरीजों ने सामुदायिक सहयोग लेने के लिए अपनी सहमति दी ।हिमाचल में भी टीवी उन्मूलन कार्यक्रम चल रहा है तथा जिला कांगड़ा में इसको बड़ी तीव्र गति से चलाया जा रहा है जिसका श्रेय टी वी अधिकारी डॉ आरके सूद तथा सीएमओ डॉक्टर गुरदर्शन गुप्ता को जाता है। इसी कड़ी में डॉ आरके सूद जिला टीबी अधिकारी कांगड़ा ने रोटरी क्लब पालमपुर की बैठक में शुक्रवार 16 सितंबर को टीबी को समाप्त करने की दिशा में टीबी रोगियों को सामुदायिक समर्थन पहल की
*प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान* पर संबोधित करते हुए।