*डिजिटल_कॉल_अभिशाप_भी_ और_वरदान_भी)-* महेंद्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार*
20 सितंबर 2022- (#डिजिटल_काल_अभिशाप_भी_ और_वरदान_भी)-
डिजिटल इंडिया का नारा सफल होता दिखाई दे रहा है। डिजिटल टेक्नोलॉजी ने सभी को थोड़ा बहुत प्रभावित जरूर किया है। फेसबुक,इन्टरनेट, इनस्टाग्राम, एस.एम.एस और एम.एम.एस डिजिटल टेक्नोलॉजी का हिस्सा है। इस टेक्नोलॉजी का लाभ भी है और नुकसान भी है। इस टेक्नोलॉजी से अपराध भी हो रहे है और अपराध पकड़े भी जा रहे है। अभी पिछले कल ही चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मे छात्रा का अश्लील वीडियो वायरल होने पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई। हजारों छात्र और छात्राएं इसके विरोध मे सड़को पर उतर आए। डिजिटल काल मे जहां सोशल नेटवर्किंग सूचना का बड़ा स्रोत है वहीं अफवाहे फैलाने के लिए भी इस्तेमाल हो रहा है। सोशल नेटवर्किंग पर खबर थी कि 60 छात्राओं के एम.एम.एस बन चुके है। इस खबर से छात्र जगत मे आक्रोश का बढ़ना स्वभाविक था।
दुसरी ओर डिजिटल टेक्नोलॉजी की सहायता से कर चोरी मे बड़ी जबरदस्त रोक लगी है। पैन कार्ड, आधार कार्ड, इन्टरनेट बैंकिंग और आनलाइन टैक्स रिटर्न के चलते टैक्स कलेक्शन मे भारी इजाफा हुआ है। प्रतिष्ठित अंग्रेजी दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 30% बढ़कर 8.36 लाख करोड़ रूपए हो गया है। यह रिकॉर्ड वृद्धि है।इसका श्रेय डिजिटल टेक्नोलॉजी को भी दिया जा रहा है। इसी प्रकार सर्वोच्च न्यायालय ने कोर्ट के रीजनल बैंचो की मांग को लेकर दायर एक जनहित याचिका का निपटान करते हुए टिप्पणी की है कि अब डिजिटल टेक्नोलॉजी के उपलब्ध होने के बाद इसकी आवश्यकता नहीं है। जस्टिस चन्द्रचुड ने कहा कि अब देश के किसी भी हिस्से से हमे वकील वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से एड्रेस कर सकता है। कुल मिला कर डिजिटल टेक्नोलॉजी ने दुनिया को छोटा कर दिया है। फिर भी इसका उपयोग बहुत ही सावधानी पूर्वक करने की जरूरत है।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।