पाठकों के लेख एवं विचार

*अतीत का बचपन और आज का सपन*

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#मेरेदिमागकीकलमसे…

मैंने एनर्जी के लिये *गन्ने के रस* से लेकर *बोर्नविटा* तक का सफर तय किया है,
माचिस की डब्बी वाले फोन से *स्मार्टफोन तक का सफर तय किया है..

मैंने वो समय भी देखा है, जब तरबूज बहुत ही बड़ा और गोलाकार होता था पर अब लंबा और छोटा हो गया..

मैंने *चाचा चौधरी* से लेकर, *सपना चौधरी* तक का सफर तय किया है..

मैंने *बालों में सरसों के तेल* से लेकर, *Hair gel* तक का सफर तय किया है..

मैंने *होली का हुड़दंग 15 दिन पहले से* ही होली मनाने से, आज *होली के दिन भी बेरंग* सी होली लगने तक का सफर तय किया है..

*चूल्हे की रोटी में लगी राख़* का भी स्वाद लिया है..

मैंने *१ ₹ की आइसक्रीम* से *१५० ₹ एलफेंसो* के एक स्कूप का सफर तय किया है..

मैंने *दूरदर्शन* से लेकर *500 निजी चैनल* तक का सफर तय किया है..

मैंने *सप्ताह में सिर्फ रविवार* को आने वाली एक *मूवी* से, आज *हर वक्त आने वाली 50 मूवी* तक का सफर तय किया..

मैंने *खट्टे मीठे बेरों* से लेकर *कीवी* तक का सफर तय किया है..

मैंने *50 पैसे घंटा किराये* पर मिलने वाली छोटी साइकिल से, *आज कार का सफर* तय किया है..

*संतरे की गोली* से, *किंडर जॉय* तक का सफर तय किया है..

आज की पीढ़ी का दम तोड़ता हुआ बचपन* मैं देख रहा हु लेकिन आज की पीढ़ी मेरे समय के बचपन की कल्पना भी नहीं कर सकती..

मैंने *ब्लैक एंड व्हाइट* समय में *रंगीन और बहुत अमीर बचपन* जिया है…

जो प्यार जो स्नेह जो मेरी नाराजगी होती थी वह मेरी बचपन में दूर हो जाती थी क्योंकि रिश्ते बहुत प्यारे थे अब सब मतलबी हैं!!!!!
*मेरे बचपन के समय को.. कोटि कोटि धन्यवाद*


🙏 🙏

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One Comment

  1. वाह आपने तो बचपन की झांकी दिखा दी भाईसाहब

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