*समान रैंक, समान पेंशन योजना (ओआरओपी-2) में विसंगतियों को लेकर पूर्व सैनिक लीग पालमपुर के सदस्यों ने राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी से मुलाकात कर विसंगतियां दूर करवाने की अपील की।*
पालमपुर : समान रैंक, समान पेंशन योजना (ओआरओपी-2) में विसंगतियों को लेकर पूर्व सैनिक लीग पालमपुर के सदस्यों ने राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी से मुलाकात कर विसंगतियां दूर करवाने की अपील की। वहीं बैजनाथ बाजार में केंद्र सरकार और अफसरशाही के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। लीग अध्यक्ष अधिवक्ता सीडी सिंह गुलेरिया के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों ने सांसद के माध्यम से प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, तीनों सेना अध्यक्षों, उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, रक्षा मंत्रालय में पूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड सचिव सहित नेता प्रतिपक्ष को प्रस्ताव प्रेषित किया गया। लीग प्रवक्ता कुलदीप राणा ने बताया कि पूर्व सैनिक लीग पालमपुर के प्रस्ताव में केंद्र सरकार से समान रैंक, समान पेंशन योजना-दो में कनिष्ठ सैनिकों के हकों से कुठाराघात उचित नहीं है। यह योजना युवाकाल में पेंशन भेजे गए सिपाही को लाभ पहुंचाने की थी, लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण सिपाही रैंक को योजना से वंचित किया गया। स्वतंत्रता के समय सैनिकों को वेतन का 90 फीसद पेंशन मिलती थी, इसके बाद 75 फीसद किया गया। लेकिन 1973 के बाद पेंशन को 50 फीसद सीमित कर दिया गया। पूर्व सैनिकों ने कहा कि घंटो के हिसाब से सैनिक की 15 वर्ष की नौकरी 45 वर्ष बनती है। इसके विपरित सिविल में 60 वर्ष तक नौकरी करने पर उन्हें प्रति वर्ष बढ़ोतरी का लाभ मिलता है। उन्होंने मांग उठाई कि कनिष्ठ सैनिकों को भी अधिकारियों की तर्ज पर 4, 8, 16, 24 वर्ष में उच्च रैंकों का लाभ दिया जाए। पूर्व सैनिकों ने तर्क दिया कि युद्ध के मैदान में सबसे आगे कनिष्ठ सैनिक होते है और कई बार दुश्मन का असला लगने से शहीद होते हैं या अपंग बन जाते है। ऐसे में मिलिट्री सर्विस पे (एमएसपी) के सबसे अधिक हकदार यही तबका है। एक समान कार्य होने के बावजूद नौकरशाही ने इन्हे सबसे कम आर्थिक लाभ दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों की तर्ज पर निचले रैंकों को भी 15,500 रुपए एमएसपी देने की मांग उठाई है। उन्होंने समान रैंक के सैनिकों को अलग अलग पेंशन देने का कड़ा नोटिस लेते हुए ,एक रैंक को एक जैसी, पेंशन देने की भी मांग की। उन्होंने पारिवारिक पेंशन में भी विसंगति का संज्ञा लेते हुए सभी रैंकों के स्वजनों को बराबर पेंशन देने की मांग की। सैनिक और अधिकारी के सभी स्वजन अपने परिवार का समान रूप से पालन पोषण करते हैं। पूर्व सैनिकों से सेनाओं के लिए अलग वेतन आयोग गठित करने की भी मांग उठाई।
इस मौके पर ब्रह्म सिंह ठाकुर, कैप्टन प्रधान सिंह, संसार सिंह, हरनाम सिंह, सुभाष राणा, रंजीत कटोच, रश्म चंद कटोच, प्रदीप ठाकुर, तरसेम कटोच, प्रकाश चंद, रमेश चंद, रंजीत कटोच, कुलदीप सिंह राणा, मेहर सिंह, भूमि सिंह, जगरूप सिंह गुलेरिया आदि शामिल रहे।
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