*केजरीवाल की कांगड़ा रैली फ्लॉप शो या टॉप शो बनी बहस का विषय*
*केजरीवाल की कांगड़ा रैली फ्लॉप शो या टॉप शो बनी बहस का विषय*
कांगड़ा नवल शर्मा
अरविंद केजरीवाल की आज की रैली फ्लॉप रही या सफल हिमाचल में यह बहस का विषय बन चुका है । हैरानी की बात यह है कि दोनों ही पार्टियों में इस रैली को लेकर बहुत कोतूहल था और दोनों ही पार्टियां अपने-अपने हिसाब से इस रैली का आकलन कर रही हैं ,परंतु स्वतंत्र विचारधारा के लोग यह मान रहे हैं कि केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की हिमाचल में अच्छी खासी एंट्री हो चुकी है तथा अगर यह फ्लॉप पार्टी है तो दोनों ही पार्टियां इस से इतनी चिंतित क्यों है ।
केजरीवाल गग्गल एयरपोर्ट पर आने के बाद एक घंटा तक किसी नेता से गोपनीय तरीके से मिले, यह भी लोगों में चर्चा का विषय है कि वह किस नेता से इतनी देर तक मंत्रणा करते रहे। हालांकि केजरीवाल की रैली में इतने लोग नहीं दिखाई दिए जितने कि आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों को उम्मीद थी फिर भी लोगों में उत्साह काफी था।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि गुजरात और हिमाचल में आम आदमी पार्टी के डर से चुनाव पहले करवाए जा सकते हैं और उन्होंने कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए शीघ्र ही तैयार रहने को कहा ।आम जनता में यह भी चर्चा का विषय है कि अभी तक हिमाचल में पार्टी के पदाधिकारी तक का चुनाव नहीं हुआ है फिर भी लोगों में काफी उत्साह है और यह उत्साह कब परिणाम में बदल जाएगा इसका कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता ।
केजरीवाल ने हिमाचल की स्कूलों की खस्ता हालत पर तंज कसा और कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह स्कूलों की हालत को कुछ ही महीनों में सुधार देंगे।
हिमाचल को भगवान ने बहुत कुछ दिया है तथा यहां पर प्राकृतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं है फिर भी उन प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के लिए दोनों ही पार्टियों ने कुछ नहीं किया संसाधनों को बढ़ाने के बजाय यह लोग आम आदमी पार्टी के एजेंडा पर चल पड़े हैं और उसकी नीतियों को अपना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में कभी भाजपा और कभी कांग्रेस की सरकार रही और दोनों ही पार्टियों ने हिमाचल को बहुत लूटा उन्होंने कहा कि वह कोई नेता नहीं है वह एक आम आदमी हैं और वह राजनीति करने नहीं लोगों की सेवा करने के लिए हिमाचल में आए हैं