*पाठकों के लेख :लेखक महेंद्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार(#आम_आदमी_पार्टी_की_हिमाचल_मे_दस्तक_और_अरविंद_केजरीवाल_के_हिमाचल_दौरे)*


13 जून 2022– (#आम_आदमी_पार्टी_की_हिमाचल_मे_दस्तक_और_अरविंद_केजरीवाल_के_हिमाचल_दौरे)–
आम आदमी पार्टी से भले आप सहमत हो या न हो भले आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल को आप पंसद न भी करते हो तो भी राजनिति मे आप न तो अरविंद केजरीवाल की और न ही आम आदमी पार्टी की अनदेखी कर सकते हो। आम आदमी पार्टी का नेतृत्व केवल और केवल अरविंद केजरीवाल के पास है। वह पार्टी के सुप्रीमो और वही आप की वन मैन आर्मी है। दस साल के छोटे से कार्यकाल मे जो कुछ राजनिति के क्षेत्र मे उन्होने कर दिखाया है वह किसी जादू से कम नहीं है। उनकी पार्टी की आज दो प्रदेशों मे सरकार है। हालांकि भगवंत मान के त्यागपत्र के बाद लोकसभा मे उनकी पार्टी का कोई प्रतिनिधि नहीं है लेकिन राज्यसभा मे उनके सांसदों की संख्या बढ़कर दस हो गई है। वह राष्ट्रीय पार्टी बनने की दहलीज पर खड़े है। यदि एक और राज्य मे वह 6% मत प्राप्त कर लेते है तो उनकी आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त कर लेगी।
केजरीवाल हिमाचल प्रदेश मे आने वाले चुनाव मे अपनी उपस्थिति दर्ज करवाना चाहते है। इसीलिए वह हिमाचल के लगातार दौरे कर रहे है। शनिवार को उनका हमीरपुर मे हिमाचल का तीसरा दौरा था। वहां पर वह शिक्षा को लेकर एक संगोष्ठी मे भाग लेने आए थे। वह हर प्रदेश मे जाकर अपना विस्तार करना चाहते है और वह वहां पर शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर दिल्ली माडल की बात करते है। उनका दावा है कि उन्होने दिल्ली मे शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर वहां तस्वीर बदल दी है। हालांकि मैने दिल्ली के न स्कूल देखे है और न ही वहां के मौहल्ला क्लिनिक देखें है, फिर भी कोई कारण नहीं है कि मै उनकी बात पर अविश्वास प्रकट कंरू, परन्तु दिल्ली की उपलब्धियां बहुत सीमित है, क्योंकि दिल्ली सरकार को केवल शिक्षा और स्वास्थ्य पर ही ध्यान देना है। इसके अतिरिक्त उनके पास और कुछ करने के लिए है भी नहीं। वहां की कानून व्यवस्था और डी डी ए केन्द्र सरकार के पास है। वहां के निगम भाजपा के पास है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी और बिजली की व्यवस्था के लिए दिल्ली के पास माकूल आय और संसाधन है।
आम आदमी पार्टी की असली परीक्षा पंजाब मे होगी जहां सब कुछ करने की जिम्मेदारी आम आदमी पार्टी सरकार की होगी। जहां की कानून व्यवस्था और खालिस्तान के समर्थन मे की जा रही गतिविधियों को लेकर लोग पंजाब सरकार को कटघरे मे खड़ा करने लगे है। हमीरपुर मे भी अरविंद पंजाब की कानून व्यस्था और खालिस्तान को लेकर किए गए प्रश्नों को टाल गए। यदि आम आदमी पार्टी हिमाचल मे कुछ करना चाहती है तो उन्हे हिमाचल के चुनाव से पहले पंजाब मे कुछ करके दिखाना होगा।

#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।