#भारतवर्ष को #आईमा #मॉडल #अपनाना #चाहिए💐💐💐💐💐💐💐💐💐 क्या आप मान सकते हो कि यह किसी पंचायत घर की तस्वीर है क्या यह #पंचायत #घर( कार्यलय) किसी #कॉरपोरेट #ऑफिस से कम लग रहा है ?जी हां यह कॉर्पोरेट ऑफिस नहीं है यह सचमुच ग्राम #पंचायत आईमा का कार्यालय है ।कितना #सुंदर कितना साफ और इतनी अच्छी तरह से रखरखाव किया गया है इस पंचायत कार्यालय का। मैं आज लगभग तीन चार साल बाद #पंचायत कार्यालय गया तो यह देखकर हैरान रह गया कि यह पंचायत कार्यालय है या किसी Sdmया #DSP का ऑफिस ।
कार्य करने की इच्छा शक्ति हो तो अड़चने आड़े नहीं आती! उल्लेखनीय है कि यहां पर प्रधान #संजीव #राणा #भाजपा समर्थित हैं तथा उप प्रधान #अनीश #नाग #कांग्रेस समर्थित हैं ।परंतु दोनों में कार्य करने का जज्बा दोनों में गांव की भलाई करने की इच्छा शक्ति तथा दोनों के मन में गांव की उन्नति का उद्देश्य है ।यह दोनों अन्य कोई एजेंडा लेकर नहीं चलते केवल मात्र गांव की तरक्की इनका एकमात्र मकसद है। यह अपने #राजनीतिक #मतभेद शायद गेट के बाहर ही रख कर पंचायत घर आते हैं ।जहां केवल गांव की तरक्की की बात होती है , और जहां गांव की #तरक्की की बात आती है गांव के सफाई की बात आती है गांव की स्ट्रीट लाइट की बात आती है गांव की पेयजल की बात आती है तो यह दोनों एकजुट होकर कार्य करते हैं!👍 यही कारण है कि इस पंचायत को #राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार मिला है ।💐काश आईमा पंचायत मॉडल प्रदेश में तथा देश में भी लागू हो जाए, जहां पर सभी #पार्टियां अपने राजनीतिक मतभेद और आपसी मनमुटाव भुलाकर केवल मात्र देश हित के लिए कार्य करें जहां देश की अखंडता एकता और सुरक्षा तरक्की की बात हो वहां पर सभी पार्टियां एक हो जाएं। यह भूल जाए कि चुनाव में किसने किसको वोट दिया था किसकी कितनी सीटें हैं आज शायद हमारे देश में तरक्की ना होने का एक कारण यह भी रहा है कि जहां पर विपक्ष का एमएलए होता है वहां पर सरकार भेदभाव करती है उस क्षेत्र से आंखें मूंद लेती हैं। परंतु सरकारें यह भूल जाती है कि अगर वहां पर विपक्ष के जीतने वाले एमएलए को 100 में से 38 वोट मिले हैं हारने वाले सत्ता पक्ष के #MLA को भी 35 वोट मिले हैं । तो वह 35 लोग क्यों उपेक्षा का शिकार हों क्यों वहां पर, उस क्षेत्र में डेवलपमेंट के कार्य बंद हो जाते हैं या बंद करवा दिए जाते हैं या ध्यान नहीं दिया जाता जबकि भारत में जीतने वालों में और हारने वालों में केवल मात्र दो चार पर्सेंट का ही अंतर रहता है। विकास सभी लोगों का हक है और विकास बिना किसी भेदभाव के होना चाहिए विपक्ष के #MLA को भी उतनी ही तरजीह देनी चाहिए जितनी कि सत्तापक्ष के##MLAsको दी जाती है और सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को मिलकर उस क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करना चाहिए जैसा कि यह दोनों उप प्रधान और प्रधान कर रहे हैं। सभी पंचायतों को आईमा मॉडल अपनाना चाहिए।🙏🙏🙏🙏 यहां यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि यह पंचायती भी वीआईपी पंचायत है और यहां पर नेताओं ब्यूरोक्रेट्स और टेक्नोक्रेट्स तथा शिक्षाविदों और अन्य बहुत से लोग रहते हैं जैसे कि #पूर्व #मुख्यमंत्री एवं #पूर्व #राज्यसभा और #लोकसभा सांसद #शांता #कुमार जी #पूर्व #विधानसभा स्पीकर एवं मंत्री श्री #बृज #बिहारी #लाल बुटेल जी पूर्व #मंत्री श्री #रविंद्र #रवि जी पूर्व विधायक श्री #दुलोराम #जी वर्तमान #विधायक श्री #आशीष #बुटेल जी….. इसकी 1 किलोमीटर की परिधि में #पूर्व #मंत्री एवं स्पीकर #चौधरी #सरवन #कुमार जी #पूर्व #विधायक #प्रवीण #शर्मा जी वीरभद्र सिंह के पूर्व राजनीतिक सलाहकार #गोकुल बुटेल जी, वर्तमान राज्यसभा सांसद सुश्री #इंदु #गोस्वामी जी कई पूर्व वाइस चांसलर के वर्तमान और निवर्तमान सैन्य अधिकारी परमवीर चक्र विजेता सौरभ कालिया और विक्रम बत्रा एवं अन्य के लेबल के सैन्य अधिकारी प्राइवेट कंपनीज में टॉप के एग्जीक्यूटिवस, कई पूर्व एवं वर्तमान आईएएस आईएएस आईपीएस के पूर्व चीफ इंजीनियर सुपरिंटेंडेंट इंजीनियरएग्जीक्यूटिव इंजिनीयर्स डॉक्टर्स प्रोफेसर लेक्चरर्स डीन डायरेक्टर सेक्रेट्री लेवल के अधिकारी और क्लास वन से लेकर क्लास 4th के अधिकारी कर्मचारी और बहुत बड़े बड़े हर अरबों पति व्यापारी इसी गांव में रहते हैं। इस गांव में कोई भूखा नहीं सोता है और शायद ही कोई मनरेगा में काम करता होगा 🙏🙏🙏🙏