*हिमाचल में गत साढ़े 4 वर्षों में हुआ व्यवस्था परिवर्तनए लोगों को घर द्वार पर मिल रहा है योजनाओं का लाभ – राजेंद्र गर्ग*
बिलासपुर 25 अगस्त- हिमाचल प्रदेश में पिछले साढे 4 वर्षों में व्यवस्था में बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है जिसके कारण प्रदेश के लोगों को घर द्वार पर ही सरकार की सभी योजनाओं और अन्य सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। यह बात आज खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेंद्र गर्ग ने ग्राम पंचायत बाड़ी मझेड़वा में कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री सेवा संकल्प योजना 1100 व जनमंच योजनाओं के माध्यम से आम जनमानस को बड़ा लाभ मिला है। उन्होंने आज बाड़ी मझेड़वा पंचायत में 2 महिला मंडल भवन के निर्माण के लिए 5 लाख देने की घोषणा की। पंचायत में नया पटवार खाना बनाने और पंचायत में पशु औषधालय के निर्माण के लिए जल्द सरकार से स्वीकृति दिलाने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि पंचायत में प्रत्येक वर्ष में लगभग 200 घरों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत स्वच्छ पीने के पानी का नल लगाया गया है। इसके अतिरिक्त पंचायत में वर्षा शालिका का निर्माण के लिए भी राशि जारी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने गत साढ़े 4 वर्षों में हिमाचल में 8 लाख 35 हजार घरों में स्वच्छ पीने के पानी का नल लगाया है जोकि अपने आप में एक नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है।
इस अवसर पर उन्होंने पंचायत वासियों से प्राकृतिक खेती अपनाने की अपील की उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार मिलकर किसानों की आय दोगुना करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में हींग और केसर की खेती आरंभ कर दी गई है। प्रदेश सरकार ने इस खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि से संपन्नता योजना शुरू की हैए जिसके कार्यान्वयन के लिए कृषि विभाग ने कार्य शुरू कर दिया है।उन्होंने बताया कि किसानों के खेतों में पशुओं और जंगली जानवरों से रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के अंतर्गत व्यक्तिगत स्तर पर सौर ऊर्जा चलित बाड़ लगाने के लिए 80 प्रतिशत व सामुदायिक स्तर पर 85 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है। व्यक्तिगत व सामुदायिक स्तर पर कांटेदार तार अथवा चेन लिक बाड़ लगाने के लिए 50 प्रतिशत तथा कंपोजिट बाड़ पर 70 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के निचले क्षेत्रों में लोगों को बागवानी की ओर ले जाने के लिए प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश शिवा परियोजना चलाया है जिसमें सामुदायिक स्तर पर जमीन देने पर किसानों को बीज से बाजार की अवधारणा के आधार पर बागवानी का विकास किया जा रहा हैं। एचपी शिवा परियोजना का लक्ष्य अधिक से अधिक बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को बागवानी से जोड़ना है। बागवानों को नए बाग विकसित करने के लिए उपयुक्त पौधे से लेकर बड़े पैमाने पर विपणन तक की सहायता और सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण और उनके उत्थान पर विशेष बल दे रही है। हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में महिलाओं को बस किराए में 50 प्रतिशत की छूट प्रदान करने और घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को प्रतिमाह 125 यूनिट निःशुल्क बिजली प्रदान करने का निर्णय लिया गया है जिससे प्रदेश में लगभग 15 लाख लोग लाभान्वित होंगे।
कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से पंचायत के 100 परिवारों को फूलगोभी के पौधे वितरित किए गए। डॉ मनप्रीत कौर ने उपस्थित जनसमूह को कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से दी जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर पंचायत प्रधान पंकज चंदेल, वार्ड सदस्य सुनीता, देवी, पुष्पा ठाकुर, प्रदीप कुमार व कृषि विज्ञान केंद्र से डॉ दीक्षा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।