*पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने भ्रष्टाचार पर दी तीखी प्रतिक्रिया*
पालमपुर – हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने कहा कि छोटे से हिमाचल प्रदेश में ही इतना भयंकर भ्र्ष्टाचार हो रहा है तो फिर पूरे भारत में भ्रष्टाचार से कितनी लूट हो रही है। यह सोच कर ही सिर चकराने लगता है और शर्म से झुक जाता है।
केवल तीन मामलों पर विचार करिये – लगभग 10 वर्ष पहले हिमाचल के गरीब बच्चों की छात्रवृति का केन्द्र से आया हुआ लगभग 250 करोड़ रू0 फर्जी छात्रों को कागज पर बांट दिया गया। इसमें प्रमुख अधिकारी, अध्यापक शामिल थे। अब सी.बी.आई. जांच कर रही है। देव-भूमि कही जाने वाली हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के मन्दिरों में इस प्रकार का भयंकर भ्रष्टाचार – सोच कर शर्म आती है।
उन्होंने कहा 42 हजार फर्जी डिग्रियां लगभग एक हजार करोड़ रू0 में बेच दी गई। बेचने वाला परिवार सहित विदेश में मौज कर रहा है। उसके बैंक खाते में अब कोई धन नही है, जांच हो रही है – होती रहेगी।
शान्ता कुमार ने कहा पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में कई प्रदेशों के लगभग 200 आरोपी हैं। पुलिस के घर में ही चोरी – बहुत शर्मनाक है। जांच चल रही है अभी तक हुआ कुछ नहीं।
उन्होंने कहा कि इन तीन मामलों के अतिरिक्त नशा आदि सैंकड़ों अपराध के और भी मामले प्रदेश में है। इस किस्म का भयंकर भ्रष्टाचार जब होता है तो यह बात कई लोगों तक पहुंचती होगी। उसी समय सरकार तक सूचना क्यों नही मिलती। शुरू में ही अपराधी क्यों नहीं पकड़े जाते। इसका एक ही कारण है कि पूरा तंत्र भ्रष्ट हो गया है। आम जनता भी भ्रष्टाचार में शामिल हो रही है। अपराध करने वाले अधिक चतुर और योग्य हो गये है और अपराध पकडने वाला तंत्र योग्य भी नही है और भ्रष्ट भी हो गया है। 42 हजार लोगों को फर्जी डिग्री मिली और कही पर सरकार को खबर नही लगी। सरकार का गुप्तचर विभाग भी इस तंत्र में कुण्ठित हो गया है।
शान्ता कुमार ने कहा दुर्भाग्य यह है कि समय पर जांच पूरी नहीं होती और सब अपराधी पकड़े नही जाते, जो पकड़े जाते है उनमें बहुत कम को सजा होती है। सरकार और जनता का सारा तंत्र अयोग्य भी हो गया है और भ्रष्ट भी हो गया है। धन्य है वे थोड़े से ईमानदार नेता व अधिकारी जिन के सहारे देश चल रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत की जनता के भाग्य में लुटना ही लिखा हैं कभी गजनी गौरी और चंगेज खां ने लूटा – फिर 200 साल तक अंगे्रजों ने लूटा और अब अपने ही देश के लूटेरे लूट रहे हैं। सदियों तक भारत लुटता रहा और आज भी लुट रहा है। लूटने का तरीका बदल गया। पहले पराये विदेशी लूटते थे अब अपने ही देश के लूटेरे लूट रहे है। लगभग 29 लोग करोड़ो अरबों रू0 लूट कर विदेषों में मौज मस्ती कर रहे है। एक को भी सरकार भारत में वापिस नही ला सकी है।
उन्होंने कहा सब से बड़ा कारण भ्रष्ट राजनीति है। यहां खुले आम नेताओं की नीलामी होती है। चुनाव काले धन से जीते जाते हैं।
शान्ता कुमार ने कहा कि लोक सभा का एक अधिवेशन केवल और केवल इसी विशय पर विचार करने के लिए होना चाहिए। पार्टियों की दीवारों से ऊपर उठ कर पूरे देश के नेता इस विषय पर विचार करें- कानून बदला जाएं। गंभीर भ्रष्टाचार के मामलों पर फांसी की सजा देने का प्रावधान किया जाए।