*Letter to editor:- शनि सेवा सदन मोक्ष वाहन को शेड के लिए जगह दी जाए :डॉक्टर लेखराज खलेट*
*Letter to editor:- शनि सेवा सदन मोक्ष वाहन को शेड के लिए जगह दी जाए :डॉक्टर लेखराज खलेट*
” मत करना कोशिश आंधियों मुझे गिराने की मैंने उड़ान घमंड से नहीं हौसलों से भरी है
” और ये हौंसले हैं मेरी टीम और लोगों की प्रेरणा , मैं दो लाइनें शासन और प्रशासन के लिए लिखने की गुस्ताखी के लिए क्षमा की गुजारिश भी करूंगा ये वोही मोक्ष वाहन है जो पिछले दस वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहा है और अगर करोना काल में भाटिया जी की अथक सेवाएं और इस वाहन का साथ न होता तो उन अभागे लोगों का क्या बनता जिनकी मृत्यु करोना से हुई और इस बात से भी कोई अनभिज्ञ नहीं कि ये वो मौत थी जिसने बाकियों की बात तो छोड़ो खून के रिश्तों की हिम्मत भी छीन ली लाश को छूने की उस वक्त मौत के डराने से भी न डरने वाले भाटिया जी ने लगभग सात सौ मृतकों का दाह संस्कार पूरे विधि विधान से किया , मैं तब से ही एक गुजारिश शासन और प्रशासन से करता आया हूं कि मोक्ष वाहन को एक उचित स्थान दिया जाए ताकि इसको वहां पर एक शेड बना कर सुरक्षित खड़ा किया जा सके क्योंकि बाहर खड़े को शरारती तत्व नुकसान पहुंचाते रहते हैं , ये वाहन न ही तो सदन का है न ही किसी का अपना ये तो सभी का है न जाने कब किसको जरूरत पड़ जाए और दूसरा इस बात का मलाल भी रहेगा कि शासन और प्रशासन ने इस बात में इस प्रार्थना में इस गुजारिश में अपना न ही कोई सरोकार दिखाया और न ही कोशिश ही की कि भाटिया जी को भी किसी बड़े मंच पर सम्मानित किया जाए , जब राज्यपाल या राष्ट्रपति द्वारा उनको भी सम्मानित किया जाता है जिन्होंने किसी डूबते की जान बचाई हो यहां तो सत्रह सालों में जानवरों से लेकर वेसहारा गौ वंश और हजारों जरूरत मंदो की स हायता से न जाने कितनो की जान बचाने के साथ साथ उनकी जीवन पर्यंत सेवा का जिम्मा भी उठा रहे हैं , मेरे ख्याल में अब ये आंकड़ा लाख से भी ऊपर चला गया होगा , कोई सम्मान नही और बड़ी बात ये है कि सम्मानित करने में सरकार का लगता भी कुछ नहीं और ये प्रार्थना हमारी ओर से है भाटिया जी ने तो कभी ऐसा सोचा ही नहीं, अब मेरी स्थानीय विधायक श्री आशीष बुटेल जी से ये अनुरोध रहेगा कि इन दोनों कामों को जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश करें ,
जय शनि देव