*पाठकों के लेखक एवं विचार: लेखिका: नीलम सूद : लेख में पालमपुर में बिना पहचान के रह रहे प्रवासियों से होने वाली दिक्कतों से आगाह करवाया गया है*
पालमपुर में प्रवासी मजदूरों का तांडव! ड्रग्स तस्करी से लेकर मानव तस्करी तक में संलिप्त। खासकर बिहार के मजदूर बिना पहचान पत्र और आधार के रहे रहे हैं। आज नौ बजे सबको पालमपुर पुलिस स्टेशन में हाज़िर होने के निर्देश हैं आगे देखते हैं क्या होता है क्योंकि बिंद्रा वन , घुग्घर,आइमा, खिल्लड़ू जैसे क्षेत्र इन प्रवासियों के कारण क्राइम क्षेत्र बनते जा रहे हैं । बिना आइडेंटीफिकेशन के रह रहे इन मजदूरों द्वारा चोरियों , गंदगी फैलाने जैसे कुकृत्यों को अंजाम दिया जा रहा है जबकि इन क्रिमिनल्स को किराए पर घर देने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई जरूरी है । एक एक कमरे में आठ से दस लोग अमानवीय स्थिति में रह रहे हैं ।
लेखिका :नीलम सूद इस लेख में बड़े ही सुंदर ढंग से शासन-पशासन पुलिस को यह आगाह कराया गया है की पालमपुर में प्रवासी मजदूरों की बहुत तादाद हो गई है तथा यह लोग अब काफी खुलकर जीने लगे हैं ।पहले कुछ और बात थी कि यह लोग ठेकेदारों के कंट्रोल में रहते थे परंतु अब इनकी संख्या कितनी बढ़ गई है कि यह लोग ठेकेदारों को भी कुछ नहीं समझ रहे हैं और अपनी मनमर्जी कर रहे हैं ।
आप किसी मजदूर से उसकी मजदूरी के बारे में ज्यादा बात नहीं कर सकते और यह बड़े रौबिले ढंग से आपको जवाब दे देंगे जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे ।क्योंकि अब इनका घमंड साथ में आसान आसमान पर पहुंचने लगा है और यही स्थिति बनी रही तो कल को यह मारने पीटने से भी नहीं चूकेंगे। हमारे शहर के बच्चे विशेष रूप से बच्चियां इनसे काफी दहशत खाते हैं। एडिटर
प्रवासीयो के कारण हिमाचल जैसे शान्त पहाडी राज्य मे आये दिन अशान्ति का माहौल बन रहा है। समय रहते ईन पर प्रशासन द्वारा उचित कार्रवाई होनी चाहिए।