*सुक्खू की सरकार में पानी भी हुआ महंगा क्या इस तरह राजा द्वारा प्रजा की जेव में डाका डाल कर पुरी होंगी गारंटियां :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक*
सुक्खू की सरकार में पानी भी हुआ महंगा क्या इस तरह राजा द्वारा प्रजा की जेव में डाका डाल कर पुरी होंगी गारंटियां :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक…..
यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा जव पालमपुर को नगर निगम बनाए जाने की घोषणा हुई थी तो उस वक्त बाकायदा तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर जी ने बडे स्पष्ट शब्दों में कहा था कि नव गठित नगर निगम के दायरे में आने वाले तमाम क्षेत्र के वासियों के ऊपर पांच बर्ष तक किसी प्रकार का कोई टैक्स या विल देय नहीं होगा । लेकिन अव तो हद है सुख की सरकार ने पानी भी महंगा कर दिया । पूर्व विधायक ने कहा मात्र अपनी गारंटियों को पूरा करने के लिए पहले डीजल , पेट्रोल पर तीन फीसदी बैट , फिर डिपूओं में सीधे नो रुपये सरसों के तेल ओर अव पानी के विल में बढोतरी यह केवल अपने घोषणा पत्र को पूरा करने के लिए डाका नहीं तो ओर क्या है ! पूर्व विधायक ने कांग्रेस के इन सता धारी मित्रों को स्मरण करवाया कि नब्बे के दशक में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शान्ता कुमार जी ने अस्पतालों में 10 पैसे की जगह पर्ची के 25 पैसे किये थे तो इन्ही कांग्रेस के मित्रों ने ढिंढोरा पीट पीट कर धरती आसमान एक कर दिया था । कहीं पुतले जलने तो कहीं मुर्दा वाद व जिन्दा वाद के नारे लगने लगे यहाँ तक कि इन्ही
लोगों ने गले फाड फाड कर भाषण देक्रर जनता को भडकाना शुरू कर दिया था । अव स्वयं के राज में केबल पार्टी की गारंटियों को पूरा करने के लिए 134 रुपये पानी का विल आम जनमानस पर थोपना निवर्तमान सरकार के आदेशों के विरुद्ध सरासर तानाशाही फरमान नहीं तो ओर क्या है।
बात में दम है